तीन दिन तक चली तफ्तीश और पूछताछ के बाद करेली बम ब्लास्ट कांड में एक नई स्टोरी सामने आई है. अर्जुन कोल की जिस बम के फटने से मौत हुई थी दरअसल उसे पास स्थित कब्रिस्तान से फेंका गया था. बम फेंकने वाले का चेहरा फिलहाल बेनकाब नहीं हो सका है. इतना तो तय है कि मतदान के दिन बूथ के पास बम फेकने के पीछे मंशा अच्छी नहीं थी. माना यह जा रहा कि इसे मौजूद वोटरों के बीच दहशत क्रिएट करने के लिए फेंका गया था. पॉलीथिन में रखकर फेंका गया बम अर्जुन के साइकिल की हैंडिल पर गिरा था. साइकिल स्टाइलिश थी और वह झुककर हैंडिल पकड़कर ड्राइव कर रहा था यही वजह थी कि बम फटा तो उसके सीने में होल हो गया और उसकी मौत हो गई. यह सब देखकर उसके चचेरे भाई की आंखों के सामने अंधेरा छा गया था. डर के मारे लोगों से जो बातें वह सुनता गया वही बात वह भी पुलिस को बताता रहा.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिले में 27 फरवरी को मतदान हो रहा था। करेली थाने के पास लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र को मतदान केंद्र बनाया गया था। इस मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए लोगों की भीड़ लगी थी। इस बीच कोरांव एरिया के रामगढ़ का रहने वाला अर्जुन कोल (21) चचेरे भाई संजय कोल के साथ साइकिल से कहीं जा रहा था। संजय की साइकिल नार्मल और अर्जुन की साइकिल मार्डन थी। दोनों साइकिल लेकर करेली थाने के पास बने उस मतदान केंद्र के सामने से आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान हुए एक ब्लास्ट के चलते अर्जुन की आन द स्पॉट मौत हो गयी और उसका चचेरा भाई जख्मी हो गया। बम के फटने से अर्जुन के चीथड़े उड़ गए थे। मतदान का दिन भा तो पुलिस ने घटना को डायवर्ट करने का प्रयास किया। स्थानीय लोग भी पूरा माजरा समझ नहीं पाये थे तो अर्जुन पर ही साइकिल पर झोले में बम रखकर चलने का आरोप लगा दिया गया। उसके अलावा चचेरे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। कुल मिलाकर मतदान के दिन मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।

सुरक्षाकर्मियों ने चचेरे भाई को दबोच लिया
घटना में घायल संजय की आंखों के समाने अंधेरा छा सा छा गया। मतदान केंद्र पर ड्यूटी में रहे जवान और कुछ लोग पहुंचकर संजय को दबोच लिए। संजय इतना डर गया था कि लोगों में जो चर्चा थी कि बम अर्जुन ही साइकिल में टांगे हुए था, वही बात वह पुलिस को बताने लगा। पुलिस अर्जुन और संजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही थी। जांच में फैक्ट निकल कर सामने आए तो खुद पुलिस के भी होश उड़े हुए हैं। यह हकीकत सामने आने के बाद पुलिस का मानना है कि पॉलीथिन में बम मतदान केंद्र से थोड़ी दूर 60 फिट रोड पर उस जगह फेंका गया था जहां पब्लिक नहीं थी। मतलब यह कि बम फेकने वाले का मकसद वोटिंग कर रहे लोगों में दहशत पैदा करना था। अब पुलिस बम फेकने वाले की तलाश में जुट गई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही अब उसकी मंशा क्लियर हो सकेगी।
वीडियो से पुलिस को मिला क्लू
घटना के वक्त चश्मदीद रहे एक अधेड़ समेत कई संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है। इससे पहले पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो साइकिल पर झोला न होने की बात सामने आई। साथ ही एक वीडियो पुलिस के लिए मददगार साबित हुआ, जिसके बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया। अर्जुन के कपड़े सहित दूसरे कई सामान को फोरेंसिक लैब मेंं जांच के लिए भेजा गया है। लैब की रिपोर्ट आने पर बम की डेंसिटी और उसमें इस्तेमाल किए गए विस्फोटक व दूसरे पदार्थों के बारे में जानकारी हो सकेगी।

घटना की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि बम को कब्रिस्तान की तरफ से फेंका गया था। किसने फेका और उसकी मंशा क्या थी? इस बात का पता लगाया जा रहा है।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive