पुल की बढ़ गई खूबसूरती, लेकिन बारिश में फजीहत
प्रयागराज ब्यूरो ।प्रयागराज। निरंजन डॉट पुल के नीचे जलभराव की समस्या अभी भी बरकरार है। निरंजन पुल को चौड़ा करने के लिए सौ दिन का ब्लाक लिया गया था। चौदह अगस्त की रात को पुल खोला गया। इसके बाद मंगलवार को हुई जोरदार बारिश के बाद पुल तालाब में तब्दील हो गया। हमेशा की तरह लोगों को पानी से होकर आना जाना पड़ा। पैदल और रिक्शा चालकों की फजीहत रही।
परेशान हो गए लोग
मंगलवार शाम को बारिश हुई तो फिर करीब एक घंटा तक पानी बरसता रहा। जिसका नतीजा रहा कि पुल के नीचे स्थिति तालाब जैसी हो गई। तेज बारिश होने की वजह से पुल के नीचे घुटने के बराबर पानी लग गया। रोजाना शाम हो हजारों लोग पैदल ही पुल के नीचे से आते जाते हैं। बारिश का पानी भर जाने की वजह से पैदल आने जाने को बहुत दिक्कत हुई। तमाम लड़कियां और महिलाएं स्कूटी बंद होने से परेशान हो गईं। तमाम बाइक वालों के साइलेंसर में पानी भर गया।
निरंजन पुल को किया किया गया चौड़ा
निरंजन पुल को चौड़ा करने के लिए रेलवे ने सौ दिन का ब्लाक लिया था। नौ मई को पुल के नीचे से आवागमन बंद किया गया था। 96 दिन बाद पुल को खोल दिया गया। इस दौरान लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। चौक में सीधे प्रवेश के लिए शहर के बीचों बीच केवल निरंजन पुल ही एक माध्यम है। इसके बाद तो कई जगह से चौक पहुंचा जा सकता है। लोगों ने तमाम दुश्वारियां बर्दाश्त की। लोगों के काम धंधे प्रभावित हो गए।
निरंजन डॉट पुल बंद होने से लोगों को कई स्तर पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। पहले तो निरंजन डॉट पुल होकर चौक जाने वाले लोगों को मेडिकल चौराहा या फिर हाईकोर्ट के सामने से आना जाना पड़ा। जिसकी वजह से पेट्रोल, डीजल और किराए का अतिरिक्त भार पड़ा। लोगों का समय जाया हुआ। सिविल लाइंस से सीधे निरंजन पुल होते हुए जहां पंद्रह मिनट में चौक पहुंचा जा सकता है, वहीं लोगों को घंटों जाम में परेशान होना पड़ा। लोगों का काम धंधा भी प्रभावित हुआ। हुआ ये कि चौक में कई आइटम का थोक व्यापार होता है। निरंजन पुल बंद होने से तमाम व्यापारियों ने समय बचाने और जाम में फंसने से बचने के लिए चौक आना जाना ही बंद कर दिया। नहीं की गई जल निकासी की व्यवस्था
पुल के नीचे पानी भर जाने की समस्या नई नहीं है। ये दिक्कत तब से है, जब से पुल बना है। हर साल बारिश में पुल के नीचे पानी भर जाता है। लोगों को लगा था कि पुल में काम चल रहा है ऐसे में जल निकासी की व्यवस्था हो जाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ। मंगलवार को बारिश होते ही पुल के नीचे पहले की तरह पानी भर गया।