विकास भवन सदर तहसील और कलेक्ट्रेट. इन तीनों परिसर में भीषण गर्मी के मौसम ठंडे पानी की जबरदस्त शार्टेज है. दूर दराज से आए लोगों को प्यास बुझाने के लिए बाजार के बोतल बंद पानी का सहारा लेना पड़ रहा है. कारण है कि इन स्थानों पर पेयजल की कोई व्यवस्था ही नहीं है. जहां है भी वहां इक्विपमेंट्स काम नहीं कर रहे हैं. दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर ने बुधवार को रियलिटी चेक के जरिए इस हकीकत को परखा.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सीन नंबर एक- सदर तहसील टाइम- दोपहर 2 बजे मौके पर एसडीएम साहब नहीं मिले। कुछ लोग उनसे मिलने के इंतजार में थे। सभी के हाथ में बाजार से खरीदी हुई पानी की बोतल मौजूद थी। रिपोर्ट ने इस बारे में पूछा तो फाफामऊ से आए किशोर लाल ने कहा कि जो पानी लाए थे वह खत्म हो गया है। यहां कहीं भी पानी उपलब्ध नही है। कर्मचारियों ने बतया कि वह भी घर से पानी लेकर आते हैं।
पड़ताल- रिपोर्टर ने पड़ताल की तो पता चला कि सदर तहसीलदार के कक्ष के बगल में वाटर कूलर लगा है जो लंबे समय से खराब पड़ा है। उसकी मरम्मत के लिए बजट नही है। इसके ठंडा तो छोडि़ए सादा पानी भी नही है। रोजाना आने वाले लगभग 2 हजार आदमियों को प्यास बुझाने के लिए बाजार से पानी खरीदना पड़ता है।

सीन नंबर दो- विकास भवन टाइम- दोपहर 2:30 बजे
विकास भवन के भीतर घुसते ही पानी का कोई स्रोत नजर नही आया। आवंटित दुकानों में बड़ी मात्रा में पानी की बोतलें नजर आईं। दुकानदार सर्वेश ने बताया कि रोजाना हजारों के मूल्य का पानी यहां बिक जाता है। अंदर जाने पर पता चला कि तीन वाटर कूलर एक साथ लगे हैं लेकिन काम एक ही कर रहा है। बाकी दो में गर्म पानी आ रहा है। ऐसे में लोगों की भीड़ एक वाटर कूलर पर मंडराती रहती है।
पड़ताल- रिपोर्टर को बताया गया कि पूरी बिल्डिंग में दो दर्जन से अधिक विभाग हैं लेकिन वाटर कूलर केवल तीन हैं। वह भी ग्राउंड फ्लोर पर हैं। बाकी की तीन मंजिलों पर पानी की व्यवस्था नही है। कर्मचारियों को दुकान से पानी मंगवाना पड़ता है। रोजाना विकास भवन में 3 से 4 हजार लोग विजिट करते हैं।

सीन नंबर तीन- कलेक्ट्रेट परिसर समय- दोपहर तीन बजे
विकास भवन और सदर तहसील से बेहतर हालात यहां नजर आए। गेट से अंदर जाते ही एक वाटर कूलर लगा था। जिसके एक नल में ठंडा पानी आ रहा था। थोड़ा आगे बढऩे पर असलहा विभाग के पास लगा वाटर कूलर भी काम कर रहा था। लेकिन अपर नगर मजिस्ट्रेट के कार्यालय के सामने लगा वाटर कूलर जर्जर हो चुका है और उसमें सादा पानी आ रहा है।
पड़ताल- पूछताछ में बताया गया कि यह लंबे समय से खराब है और अधिकारियों से इसके मरम्मत की मांग की गई है। यहां पर चार एसीएम आफिस हैं, साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट, आपदा, सूचना विभाग समेत एडीएम सिटी का भी कार्यालय मौजूद हैं और यहां रोजाना आने वाले लगभग दो हजार लोगों को पीने का ठंडा पानी मुहैया नही हो पाता है।

भीषण गर्मी में ठंडा पानी नही मिलने से लोग मजबूरी में इन दुकानों से पानी खरीदते हैं। गर्मी को देखते हुए अधिकारियों को सभी वटर कूलर्स फिट करा देना चाहिए।
रोमिल, एलनगंज

गर्मी तो प्रचंड है और पानी हर किसी की जरूरत। हमने दुकान को किराये पर लिया है। इतनी कोशिश जरूर करते हैं कि डिमांड पर हर किसी को पानी मिल जाए और निर्धारित रेट ही सभी से लिया जाए।
सर्वेश, दुकानदार विकास भवन

घर से पानी लेकर ही निकले थे। अक्सर आने-जाने से इतना तो पता चल ही गया है कि फ्री में नहीं मिलेगा। इतनी गर्मी है कि पूरा पानी खतम हो गया। अब गला तर करने के लिए नई बोतल खरीदी है।
किशोर लाल, फाफामऊ

Posted By: Inextlive