नशे का शौक पूरा करने के लिए अजय दिवाकर जरायम के दलदल में धंसता चला गया. स्मैक जैसे महंगे नशा को पूरा करने के लिए आर्थिक तंगी अखरने लगी. पैसों की कमी को पूरा करने के लिए वह बाइक चोर बन गया. हत्या और हत्या के केस में एक-दो बार जेल जाने के बाद वह अभ्यस्त हो गया. इसके बाद एक बैग तैयार किया. गैंग में चोरी के माल की खरीद करने वाले सोनार से लेकर कस्टमर लाने वाले को भी शामिल किया. खुद सरगना बनकर वारदात को अंजाम देने लगा. घटनाओं को अंजाम देने में चोरी की गाडिय़ों का प्रयोग करने लगा. यह बातें बीस जुलाई को हुई लूट में पूरामुफ्ती पुलिस द्वारा गिरफ्तार सरगना अजय समेत तीन गुर्गों ने कबूल किया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस लाइंस में इस पूरे गैंग का एसपी सिटी व सीओ सिविल लाइंस द्वारा खुलासा किया गया। बताया कि बीस जुलाई को गैंग के द्वारा एक बाइक सवार से लूट हुई थी। मुकदमा दर्ज करके लुटेरों की तलाश शुरू की गई। पूरामुफ्ती थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह को खबर मिली कि कुछ लुटेरे मंदर मोड़ के पास लूट की योजना बना रहे हैं। टीम के साथ वह पहुंचे और चारों लुटेरों को गिरफ्तार कर लिए। गिरफ्तार किए गए लोगों में गैंग का सरगना अजय दिवाकर पुत्र नरेश दिवाकर निवासी पोंगहट पुल धूमनगंज व गुर्गा अजय कुमार पासी पुत्र सूबेदार निवासी मरदानपुर थाना पूरामुफ्ती, अमनदीप पुत्र प्रदीप कुमार निवासी आदर्श कॉलोनी चक मुण्डेरा थाना धूमनगंज और विकास उर्फ आदित्य कुमार पुत्र गोविन्द कुमार उर्फ छोटी लाल निवासी पोंगहट पुल थाना धूमनगंज शामिल हैं।


क्राइम रेकार्ड खंगाला गया तो पता चला कि सरगना अजय दिवाकर पर कौशाम्बी और प्रयागराज में कुल एक दर्जन आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इन मुकदमों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, छिनैती, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम जैसी धाराएं शामिल हैं।

वह 2015 से हत्या के एक मुकदमों सोरांव पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका है। जबकि अमनदीप पर लूट व छिनैती के धूमनगंज और पूरामुफ्ती में सात मुकदमें दर्ज हैं। इसी तरह अजय कुमार पासी व विकास उर्फ आदित्य कुमार पर भी खिलाफ पूरामुफ्ती में दो-दो मुकदमें दर्ज हैं। गैंग का गुर्गा चक मुंडेरा निवासी करन और व लूट एवं चोरी की ज्वैलरी खरीदने वाला सोनार वांछित है। एसपी सिटी ने किया पुरस्कृतइस खुलासे के लिए एसएसपी ने टीम को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया है। चारों के पास से लूट में प्रयोग की गई चोरी की बाइक, एक लैपटॉप, 13 एंड्रायड फोन और 3700 रुपये कैश व सात देशी बम पुलिस को मिले हैं। पुलिस के मुताबिक इस गैंग में सरगना अजय को छोड़कर सभी खुद को अविवाहित बताए। कहना था कि यह सभी नशे के लती हैं। दारू से लेकर स्मैक तक इनका पसंदीदा शौक है। इसी नशे की पूर्ति के लिए सभी लूट, छिनैती जैसी वारदात को अंजाम दिया करते थे।

हिस्ट्रीशीट खोलते हुए गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी। गैंग के वांछित अभियुक्तों को भी जल्द ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इस खुलासे के लिए टीम को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार एसएसपी द्वारा दिया गया है।दिनेश सिंह, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive