कोई भी हादसा होने से पहले कुछ न कुछ इशारा जरूर करता है. ऐसा ही मुट्ठीगंज हटिया में हुई दर्दनाक घटना के साथ भी है. तीन दिन पहले इस जर्जर मकान के बारजे का छोटा सा टुकड़ा टूट कर गिरा था लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं गया. उन्हें क्या पता था कि यह मंगलवार को होने वाली घटना के पहले की यह बानगी मात्र है. और हुआ भी यही. लोगों को लगा कि यह किसी बच्चे की शरारत है. जिसके चलते टुकड़ा टूट कर गिरा होगा. मंगलवार को ठीक यही छज्जा पूरा का पूरा गिर गया और इसके नीचे आकर पांच लोगों की मौत हो गई. वहीं आठ लोग घायल हो गए.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने पड़ताल की तो सामने आया कि हटिया में हनुमान मंदिर ट्रस्ट के मकान में नीचे दुकानें है। ऊपर की मंजिल में चार किराएदार का परिवार व एक अन्य व्यक्ति रहता है। घटना के वक्त 13 लोग मौजूद थे। इस जर्जर मकान की स्थिति यह है कि हल्की बारिश होते ही कई जगह से पानी टपकने लगता है। उसके बाद भी कोई मरम्मत कराने की हिम्मत नहीं जुटाया। जब इसका कारण तलाश गया तो किराये पर रहने की बात निकल कर सामने आई। इस एरिया में तमाम ऐसे मकान है। जिनकी कंडीशन काफी खराब हो चुकी है।

दिखते हैं लोहे के गाटर
इस घटना के बाद से आसपास रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की पड़ताल में कुछ लोगों ने बताया कि इस मकान के साथ कुछ अन्य मकानों के अंदर लगे लोहे गाटर तक दिखने लगे। उसके बाद भी लोग रह रहे है। सबसे बुरी हालत उन मकानों का है। जहां पर किराएदार रहते है। अगर नगर निगम की टीम ढंग से पुराने शहर सिर्फ मकानों का सर्वे कर ले तो जर्जर मकानों का पोल खुलकर सामने आ जाएगी।

Posted By: Inextlive