पांच त्योहारों का कांबो शुरू होने से ठीक पहले सरकार ने महंगाई का पंच जड़ दिया है. महीने के पहले ही दिन कमर्शियल सिलेंडर के अलावा सीएनजी पीएनजी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर दिया गया है. इसका असर त्योहार पर पडऩे की पूरी संभावना है. व्यापारियों में इसे लेकर निराशा है. फिर भी उनका मानना है कि मार्केट त्योहार पर उठेगा. दाम बढ़ाने पर वे अभी कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं.

प्रयागराज (ब्यूरो)। दीपावली पर मार्केट में रफ्तार पकडऩे की उम्मीद लिए बैठे रेस्टोरेंट संचालकों और मिठाई शाप मालिकों की जेब पर पर्व से ठीक पहले कैंची चली है। जिसका सीधा असर फेस्टिवल सीजन में आम लोगों पर पडऩा तय है। ऐसे में अगर पांच दिन के फेस्टिवल सीजन में आप अपनी फैमली के साथ रेस्टोरेंट में डिनर या मिठाइयों को खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो अपना बजट पहले से बढ़ा लें.क्योकि मार्केट में आप को अगर बढ़े रेट में पेमेंट करना पड़े तो चौकियेगा नहीं।

200 रुपए से अधिक बढ़ गया रेट
कामर्शियल सिलेंडर में कंपनियों की ओर से 200 से अधिक रुपए की बढ़ाए जाने का सीधा असर मिठाईयों के दामों पर भी पडऩा तय है। कटरा की फेमस मिठाई शाप नेतराम के ओनर मयंक अग्रवाल ने बताया कि पहले से ही महंगाई की मारी दुकानदारों पर पड़ रही थी। पिछले कुछ महीनों में ही कई बार कमर्शियल सिलेंडर का रेट बढ़ाया गया था। किसी तरह शाप कीपर मैनेज कर रहे थे। लेकिन अचानक से पर्व के पहले बढ़े दाम का सीधा असर सामानों के रेट पर पड़ेगा। हालांकि पर्व पर मिठाईयों के रेट नहीं बढ़ेगे। क्योकि कस्टमर को भी उनका रेट पता है। ऐसे में अगर रेट बढ़ाया तो कस्टमर्स से विवाद होगा। लेकिन ये भी सच है कि पर्व के बाद मिठाईयों का रेट बढऩा तय है।

मिठाइयों के रेट पर फिलहाल असर नहीं पड़ेगा। क्योकि कस्टमर को सभी रेट पता। फेस्टिवल के बाद रेट बढऩा तय है।
मयंक अग्रवाल, ओनर, नेतराम

मिठाई पर सीधा असर पड़ेगा। क्योकि कोयला और डीजल पर डिपेंड है। पर्व के समय जो सिलेंडर का रेट बढ़ा है। तो उससे काफी नुकसान होगा। त्योहार के बार रेट बढऩा तय है।
अजीत गुप्ता, ओनर, भगवानदास प्रहलाद दास स्वीट्स

बहुत असर पड़ रहा है। कास्ट इतनी ज्यादा बढ़ गई है। क्योकि रेट अभी तक नहीं बढ़ा है। खाने का रेट बढ़ा तो कस्टमर की संख्या पर असर पड़ेगा।
प्रभाकर मिश्रा, ओनर बेनजन रेस्टोरेंट

कोरोना के कारण पहले ही कस्टमर काफी कम थे। ऐसे में फिर से फेस्टिवल सीजन में रेट बढ़ाने से कास्टिंग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन मजबूरी ये है कि हम चाह कर भी खाने का रेट नहीं बढ़ा सकते है।
रजनीश कुमार अग्रवाल, ओनर कस्बा रेस्टोरेंट

Posted By: Inextlive