शहर पश्चिमी में तनाव की स्थिति, बंद हो गयीं दुकानें
प्रयागराज (ब्यूरो)। अतीक और अशरफ की हत्या की सूचना वायरल होते ही खास तौर से शहर पश्चिमी इलाके में तनाव फैल गया। यह खबर सुनकर लोग सन्नाटे में आ गये। ईद के लिए खरीदारी पीक पर होने के समय आयी इस सूचना ने दहशत फैला दी। आनन-फानन में लोगों ने दुकानों के शटर गिराने शुरू कर दिये। बाहर निकले लोग घरों की ओर लौटने लगे। इस एरिया के लोग जो विभिन्न ऑफिसेज में काम करते हैं उनके पास फोन पहुंचने लगा। परिवार के लोग उन्हें तत्काल घर लौट आने के लिए कहने लग गये। तमाम लोग घर लौट भी गये।अटाला-रोशनबाग सेंसेटिव इलाका
अतीक परिवार के साथ इस समुदाय के लोगों की सिम्पैथी अब भी बनी हुई है। यह शुक्रवार की सुबह ही पता चल गया था जब असद की बॉडी कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाये के लिए लाये लाने की सूचना पर सैकड़ों लोग निकल आयी थी। फ्रंट पर महिलायें थी तो पुरुष भी घूमते टहलते हालात पर नजर रखते हुए नजर आ रहे थे। शनिवार को असद की बॉडी पहुंची तो ऐसा जमावड़ा होने लगा कि आसपास के थानों की फोर्स बुलानी पड़ गयी। असद की बॉडी को जुटे लोगों को देखने तक नहीं दिया गया। कब्रिस्तान के भीतर भी उन्हीं को जाने दिया गया जिन्होंने अपना नाम रजिस्टर पर दर्ज कराया और परिचय पत्र दिया। इसके बाद भी करीब एक सैकड़ा लोग कब्र को मिट्टी देने के लिए पहुंच गये थे। जो लोग बाहर खड़े थे उनकी आंखों में आक्रोश पढ़ा जा सकता था। यह स्थिति पुलिस के लिए भी चौंकाने वाली थी।
ईद के चलते गुलजार था इलाका
इस समय रमजान का महीना चल रहा है। इसका भी समापन होने वाला है। लोग ईद की तैयारियों में जुटे हैं। ईद के मौके पर सबसे ज्यादा गुलजार इलाका चकिया, खुल्दाबाद, रोशनबाग, अटाला और चौक एरिया रहता है। त्योहार नजदीक होने के चलते यहां देर रात तक मार्केट गुलजार रहती है और खरीदारी होती है। शनिवार की रात भी ऐसा ही था। यह पूरा इलाका गुलजार था। दुकानों पर लोग थे। वे त्योहार के लिए खरीदारी करना चाहते थे। इस बीच पौने 11 बजे के करीब सूचना फैल गयी कि अतीक और अशरफ दोनो को गोली मार दी गयी है। इस सूचना पर पहले तो किसी को भरोसा नहीं हुआ लेकिन न्यूज फ्लैश होने के साथ ही स्पॉट का वीडियो वायरल होने लगा तो लोगों को इसकी पुष्टि हो गयी। इसके बाद तो मार्केट में भगदड़ जैसी स्थिति मच गयी। इसी में किसी ने अफवाह फैला दिया कि बम चलाया गया है। इससे तनाव जैसी स्थिति बन गयी। आनन फानन में इस इलाके में फोर्स बढ़ा दी गयी। लोग घरों में कैद हो गये। खिड़कियों से आसपास के माहौल पर नजर रखी जाने लगी। जो लोग पहले से घरों में मौजूद थे वे भी सन्नाटे में आ गये। रात 12 बजते बजते सभी अपने घरों में कैद हो गये। दुकानें बंद हो गयीं। इसके बाद सिर्फ पुलिस ही इलाके में नजर आयी। समाचार लिखे जाने के समय तक किसी भी इलाके से किसी अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं मिली थी।