बाल सुधार गृह में अपनों को देखते ही दौड़कर उनसे लिपट गए. लाडलों को गले लगाते ही परिजनों की भी आंखें भर आईं. अब तक दस बालकों को यहां से उनके परिवार के लोग घर ले जा चुके हैं. कुल 21 बच्चों को ट्रेन से जीआरपी के द्वारा पकड़ा गया था. बालकों को ले जा रहे चार शातिरों के खिलाफ 22 जुलाई को जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज हआ था. मिले बालकों को जीआरपी द्वारा बाल सुधार गृह भेज दिया गया था. खबर पाकर अब तक दस बालकों के परिजन यहां पहुंच चुके हैं.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बाल सुधार गृह के कुछ कर्मचारियों की मानें तो परिजनों को देखते ही वह बालक दौड़कर उनके गले लग गए। लाडलों को गले लगाते ही अभिभावकों की भी आंखें भर आईं। लिखा पढ़ी के बाद अध्यक्ष बाल कल्याण समिति द्वारा बालकों को उनके परिजनों संग भेजा गया। बताया गया कि जिन बालकों को लेने के लिए अब तक उनके परिजन आए उनसे बातचीत भी की गई। अभिभावकों द्वारा बताया गया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। अपने घर गए दस बालकों में सात के परिजन मंगलवार को बाल सुधार गृह उन्हें लेने के लिए पहुंचे थे। जबकि बुधवार को दोपहर करीब दो बजे तक तीन बालकों के परिजन आदेश संग यहां पहुंचे और बालकों को लेकर वह घर चले गए। शेष बालकों के भर भी सूचना भेजी जा चुकी है। जिनके परिजन यहां आएंगे कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करके बालकों को छोड़ा जाएगा।

Posted By: Inextlive