छह घंटे में दस करोड़ की जमीन खाली
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वर्ग मीटर कुल जमीन कराई गई खाली 10 करोड़ रुपये आंकी गई भूमि की कीमत 06 छह लोगों ने किया था सरकारी भूमि पर कब्जा 02 लोगों ने बना रखा था आलीशान मकान 03 जेसीबी लगाकर पीडीए ने की कार्रवाई 06 घंटे की कार्रवाई में खाली हुई पूरी जमीन माफिया अतीक के करीबियों का था बेशकीमती जमीन पर कब्जा छह घंटे तक चली कार्रवाई में नाटे व साबू के ढहाए गए मकानPRAYAGRAJ: प्रयागराज विकास प्राधिकरण की करीब 10 करोड़ कीमत की जमीन शनिवार को कब्जा मुक्त हुई। इस सरकारी जमीन पर करीब कुछ वर्ष पूर्व दबंगों द्वारा कब्जा किया था। जमीन पर दो दबंग किस्म के व्यक्ति तो आलीशान मकान खड़ा कर लिए थे। कब्जा करने वालों पर आका यानी माफिया अतीक अहमद का हाथ था। लिहाजा उस वक्त उनके करीबियों के हर गुनाह अफसरों की नजर में भी माफ थे। शायद यही कारण था कि कब्जे के वक्त कार्रवाई तो दूर इधर अफसर देखना तक मुनासिब नहीं समझे। अफसरों की यही खामोशी सरकारी लैंड पर कब्जा करने वालों के हौसले को ताकत देती रही। आईएस 227 गैंग के सरगना अतीक के दिन लदे तो अफसर भी शेर की तरह दहाड़ने लगे। इस तरह माफियाओं के खिलाफ पीडीए की यह कार्रवाई अर्धशतक के पार पहुंच गई।
दो व तीन मंजिला था मकानयह कब्जा कालिंदीपुरम आवास योजना के मुख्य मार्ग 100 फिट रोड के प्रारम्भ में कसरिया रोड तिराहे के पास है। बताया गया कि योजना के तहत प्राधिकरण के कब्जे वाली जमीन पर माफियाओं की नजर टिक गई थी। कुछ वर्ष पूर्व इस जमीन अवैध कब्जा कर कई लोग निर्माण करा लिए थे। अफसरों के मुताबिक माफिया अतीक अहमद के खास शातिर अपराधी लुकमान उर्फ नाटे ने करीब एक हजार वर्ग गज जमीन पर अवैध कब्जा किया था। उसके कब्जे वाले इस भू-भाग में 100 वर्ग गज पर वह दो मंजिला मकान बना रखा था। जिसकी कीमत जमीन सहित करीब तीन करोड़ बताई गई। जबकि दूसरे शातिर अपराधी साबू द्वारा यहां 500 वर्ग गज जमीन पर कब्जा किया गया था। साबू अपने कब्जे वाले हिस्से में करीब 300 वर्ग गज में तीन मंजिला मकान बनवाया था। शेष चार अन्य लोग भी यहां प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर रखे थे। पीडीए ने दावा किया कि इस तरह कुल 2500 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा था। नाटे और साबू के मकान को ध्वस्त जेसीबी से ढहा कर जमीन प्राधिकरण द्वारा कब्जे में ली गई। जबकि अन्य चार में कुछ की दुकानों को व बाउंड्री की गई जमीन को भी कब्जे में लिया गया। इस तरह आधा दर्जन लोगों द्वारा जमीन पर किए गए कब्जे को छह घंटे तक चली कार्रवाई में हटाया गया।
पीडीए की जमीन पर यह कब्जा करीब तीन से चार साल पूर्व माफिया अतीक के करीबियों व शातिर अपराधियों द्वारा किया गया था। इनके कब्जे से शनिवार को कार्रवाई करते हुए जमीन को खाली करवाई गई। आलोक पांडेय, जोनल अधिकारी पीडीए