तेलियरगंज सबसे प्रदूषित, सिविल लाइंस में राहत
प्रयागराज ब्यूरो ।आसमान की तरफ देखने पर बदली जैसा फील हो रहा था लेकिन बाहर निकलने पर गर्मी पूरा एहसास करा रही थी। आसमान की तरफ देखकर मौसम परिवर्तन और बदली का अनुमान लगाने वाले गच्चा खा रहे थे क्योंकि इसका कारण था पर्यावरण प्रदूषण। बुधवार को शहर का तेलियरगंज एरिया सर्वाधिक प्रदूषित था। इस मामले में ट्रेड सेंटर सिविल लाइंस जरूर थोड़ी राहत महसूस कराने वाला था।
मंगलवार की तुलना में बेहतर
धूप खिलने की वजह से बुधवार को धुंध की चादर थोड़ी सिमटी तो वायु प्रदूषण पर इसका मामूली असर दिखाई दिया। मंगलवार की तुलना में बुधवार शाम को धूमनगंज और सिविल लाइंस में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में करीब 60 अंकों का सुधार आया पर एमएनएनआइटी क्षेत्र यानी तेलियरगंज और गंगा से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों को कोई राहत नहीं मिली। बुधवार इस इलाके में एक्यूआइ 271 रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार यह तात्कालिक राहत है। अगले पांच दिन कोहासा छाया रहेगा और इसकी वजह से वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर ऊपर ही ओर चढ़ेगा। सुबह शहर में धुंध छाई हुई थी पर जैसे-जैसे सूरज चढ़ता गया धुंध भी छटने लगी। सुबह 11 बजे धूमनगंज और सिविल लाइंस क्षेत्र में एक्यूआइ का स्तर 212 रहा जो शाम को कम होकर 188 पर आ गया।
दिन और रात में ज्यादा फर्क नहीं
एमएनएनआइटी, तेलियरगंज और गंगा से सटी कालोनियों में एक्यूआई 276 था जो शाम को 271 दर्ज किया गया। झूंसी में यह आंकड़ा 167 रहा.बुधवार को कुछ इलाकों की स्थिति सुधरने के बाद भी लोगों ने आंखों और गले में जलन की शिकायत की। पर्यावरण विज्ञानियों के अनुसार अभी वायु प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। पार्टीकुलेट मैटर यानी पीएम-2.5 की मात्रा सुबह 11 बजे 135 और पीएम 10 की मात्रा 240 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी। वहीं शाम को पीएम 2.5 की मात्रा 67 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर और पीएम 10 की मात्रा 165 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज की गई।
प्रदूषण कम करने निकला नगर निगम
वायु प्रदूषण से जूझ रहे प्रयागराज को राहत देने के लिए नगर निगम सड़कों पर पानी का छिड़काव करा रहा है। इसके लिए पांच मशीनें लगाई गई है और सड़कों की धूल की सफाई भी मशीन से कराई जा रही है। हालांकि यह प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है। उधर सड़कों या चौराहों के आसपास वाहनों को तुरंत बंद करने के लिए जागरूक किया जा रहा है.इसके साथ ही पराली न जलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.नगर निगम के पर्यावरण अभियंता उत्तम वर्मा का कहना है धूल कम करने के लिए जल्द ही दो नई मशीन मंगाई जाएगी जो सड़कों पर पानी का छिड़काव करेंगी।
आजकल घर से बाहर निकलें तो मास्क लगाएं
किसी ऐसे स्थान पर जाने से बचें जहां धूल उड़ती हो
घर से बाहर कहीं खुला हुआ पानी पीने से बचें
सांस के मरीज हैं तो घर से बाहर बहुत जरूरी होने पर ही निकलें
हवा प्रदूषित है इसलिए बच्चों को भी सुरक्षित रखें
योग करें इससे फेफड़े को ताकत मिलेगी
कहीं जाते समय सांस लेने में दिक्कत होने लगे तो रुक जाएं।
सुबह और शाम सतर्कता ज्यादा बरतें, इसी समय स्माग बढ़ता है
40 साल से ज्यादा अवस्था वाले ज्यादा सावधान रहें कोहासा बढऩे की स्थिति में वायु प्रदूषण भी बढ़ेगा। अभी चार से पांच दिन कोहासा छाए रहने की संभावना है। इस आधार पर देखा जाए तो अभी वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिलेगी।
प्रो। उमेश कुमार ङ्क्षसह
पर्यावरण विभाग, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
दिवाली बाद ठंड का होगा आगाज
तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर अभी तीन से चार दिन जारी रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बीच पिछले दस दिनों से दोगुने का अंतर चल रहा है। दिवाली के बाद तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जाएगा। इसके बाद तापमान में धीरे-धीरे कमी आनी शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग ने भी अगले पांच से छह दिनों दिनों में कोहरे की शुरूआत होने का संकेत दिया है। प्रयागराज में अधिकमत तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास घूम रहा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस था। रात में अचानक मौसम ने करवट बदली और रात एक बजे के बाद ठंड बढ़ गई। बुधवार सुबह लोगों ने गर्म कपड़े निकालने शुरू कर दिया। रजाइयों को धूप दिखाना शुरू कर दिया। बुधवार को अधिकतम तापमान तापमान में थोड़ा सा उछाल आया और अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इवि भूगोल विभाग के प्रो। एआर सिद्दीकी ने बताया कि ठंड 13 नवंबर के बाद बढ़ेगी। इस दौरान तापमान न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे जा सकता है। अधिकतम तापमान भी तेजी से कम होगा।