हंडिया इलाके में किशोरी की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्याअमोरा गांव के पास बाग में पड़ी बॉडी देख सन्नाटे में आयी पब्लिकपरिवार के साथ शुक्रवार रात बारह बजे तक नम्रता उर्फ गुंजन यादव 17 घर में टीवी देख रही थी. सुबह घर से करीब 700 मीटर दूर अमोरा गांव के पास बाग में पेट के बल जमीन पर पड़ी उसकी बॉडी मिली. उसके गले को धारदार हथियार से आगे की तरफ रेता गया था. बाग में पड़ी उसकी बॉडी देख ग्रामीण सन्नाटे में आ गए. बाग में किशोरी की बॉडी मिलने की बात जंगल में आग की तरफ फैली. ग्रामीणों के साथ उसके परिजन चीखते हुए मौके पर पहुंचे. बात मालूम चली तो हंडिया पुलिस भी पहुंच गई. थोड़ी देर में एसपी गंगापार भी जा पहुंचे. छानबीन में पुलिस को एक पर्स व डायरी मिली है. पर्स के अंदर कुछ ज्वैलरी थी. पुलिस बरामद ज्वैलरी को आर्टीफिशियल व लोकल बता रही है. परिवार उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस नहीं भेजने की जिद था. इस बात को लेकर पुलिस से तल्ख बहस हुई. इसके बाद भी पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार हथियार से कत्ल की बात सामने आयी है. हंडिया पुलिस को किशोरी के चाचा अजीत कुमार यादव ने तहरीर दी है. तहरीर में न तो किसी पर शक जताया गया है और न ही घटना के कारण की तरफ कोई इशारा किया गया है. पुलिस मुकदमा दर्ज करके केस की तफ्तीश में जुट गई है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। गला रेत कर मौत के घाट उतारी गई नम्रता हंडिया के पहाड़पुर सैदाबाद निवासी राणाप्रताप यादव की पांच बेटियों में बड़ी थी। सबसे छोटे उसके दो भाई कुमार कीर्ति सिंह व कुमार एस सिंह है। परिवार का भरण पोषण करने के लिए राणाप्रताप गुजरात में प्राइवेट कंपनी में मैनेजर की नौकरी करता है। वह पांच भाई है और सभी का परिवार संयुक्त रूप से रहता है। भाई अधिवक्ता विभव प्रताप व अजीत कुमार घर पर ही रहते हैं। विजय झूंसी में रहकर पढ़ाई करता है। एक और भाई बाहर रहता है। राणाप्रताप के पिता नागेंद्र सिंह गांव के कोटेदार हैं। बताते हैं कि पांचों भाइयों का संयुक्त परिवार एक ही घर में रहता है। परिवारवालों का कहना था कि शुक्रवार रात नम्रता परिवार के साथ घर में टीवी देख रही थी। चूंकि परिवार संयुक्त और बड़ा है इसलिए टीवी आंगन पास बरामदे में लगाई गई है। बारह बजे के बाद सभी अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। नम्रता भी सोने के लिए कमरे में चली गई।

पेट के बल पड़ी थी बॉडी
हाईस्कूल पास करने के बाद नम्रता की पढ़ाई बंद हो गयी थी। वह स्कूल जाना बंद कर चुकी थी। परिवारवालों का कहना है कि शनिवार सुबह सभी बिस्तर से उठे तो नम्रता कमरे में नहीं थी। परिवार के लोग सोचे कि आसपास ही कहीं गयी होगी। सुबह सात बजे तक परिवार के सदस्य घर के कामों में ही लगे हुए थे। पास के अमोरा गांव के पास बाग की तरफ कुछ लोग गए थे। बाग में पेट के बल पड़ी नम्रता की बॉडी देख ग्रामीण सन्नाटे में आ गए। यह बात गांव के लोगों को मालूम चली तो बाग में ग्रामीणों की भीड़ लग गई। नम्रता के परिजन पहुंचे तो उसकी बॉडी देखते ही चीख पड़े। जानकारी दी गई तो हंडिया इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन चल ही रही थी कि डाग स्क्वायड टीम के साथ एसपी गंगापार भी मौके पर पहुंच गए। कहा जा रहा कि परिवार बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहता था। इसे लेकर पुलिस से उनकी हाट टॉक भी हुई। किसी तरह सभी ग्रामीणों और परिवार को समझाकर पुलिस ने शांत कराया। इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी की गला रेतकर हत्या की बात क्लियर हुई।

डायरी मिली, मोबाइल की तलाश
पुलिस के मुताबिक छानबीन के दौरान युवती के पर्स में रखी एक डायरी मिली है।
इसमें युवती ने खुद शेर और शायरी लिखी है। इससे कयास लगाया जा रहा है कि वह साहित्य की शौकीन थी।
इसमें किसी पर प्यार का जादू (टोटका) करने के भी टिप्स लिखे हैं। इससे लव एंगल का भी संकेत मिलता है।
सूत्र बताते हैं कि पर्स में करीब छह रिंग और तमाम ज्वैलरी मिली है। इसका सच समाचार लिखे जाने के समय तक पुलिस ने कन्फर्म नहीं किया।
ज्वैलरी को पुलिस लोकल व आर्टीफिशियल बता रही है। कहना है कि बरामद रिंग दस पांच रुपये वाली है।
इन सामानों से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा कि वह घर से कहीं जाने की तैयारी करके निकली होगी।
ग्रामीणों के बीच चर्चा पर गौर करें तो किशोरी के पास से छह माह पहले एक मोबाइल मिला था
मोबाइल से उसकी किसी युवक से बातें होती थीं। वह मोबाइल उसके पास था या नहीं? पुलिस इसका पता लगा रही है।
ऑनर किलिंग का मामला तो नहीं?
किशोरी नम्रता के मर्डर केस में मौके पर पहुंचे डॉग स्क्वायड ने एक बड़े सस्पेंस को जन्म दिया है। टीम जब डॉग को लेकर मौके पर गई तो वह काफी देर तक मौके पर ही मंडराता रहा। इसके बाद वह घटनास्थल से भागा और मारी गई नम्रता के ही घर पहुंच गया। इससे ऑनर किलिंग का मामला होने की संभावना ने भी जन्म ले लिया। इस शक में कोई दम है या फिर सूचना मिलने पर परिवार के लोगों के स्पॉट पर पहुंचने के चलते ऐसा हुआ है? इसका पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है। फोरेंसिक टीम ने स्पॉट के साथ घर के आसपास के एरिया से फिंगर प्रिंट के नमूने कलेक्ट किये गए हैं। अलग बात है कि परिवार के सदस्य इसे हत्या का मामला बता रहे थे। उनके साथ गांव के लोग भी थे। उन्होंने बॉडी को काफी देर तक पोस्टमार्टम हाउस भेजने तक नहीं दिया। पुलिस ऑफिसर्स काफी देर तक भीड़ को समझाने में लगे रहे कि जो भी सच होगा सामने आयेगा। जो भी हत्या में इनवाल्व रहा है, वह बेनकाब होगा और जेल जाएगा।


बाग में किशोरी की बॉडी मिली है। गले पर जख्म के निशान हैं। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। उसके चाचा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। कत्ल की वजह और कातिल के बारे में साक्ष्य कलेक्ट करने में टीम लग गयी है। उसके पास मिले हर एक सामान की जांच कराई जाएगी।
अभिषेक अग्रवाल
एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive