सुर संगीत के साथ हुई कलरव के तीसरे दिन की शुरुआत कबीर बैंड ने बांधा समां

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एमएनएनआईटी में आयोजित कलरव के तीसरे दिन बुधवार को संगीत बैंड कबीर कैफे की शानदार प्रस्तुति से हुई। बैंड ने अपनी सालगिरह के मौके पर मैं वरि जाऊं रे, क्या बोले रे, मुंइया पिंजरे वाली और चर्खा चर्खा जैसे लोकप्रिय गीत गाकर समां बांध दिया। इसके अलावा तमाम तकनीकी इवेंट भी हुए जिसमें स्टूडेंट्स ने अपने इनोवेशन से सबको सोचने पर मजबूर कर दिया।

साल्यूशन से वाहवाही
गीत संगीत के बाद तकनीकी इवेंट्स का सिलसिला शुरू हुआ। इलेक्ट्रोमैनिया इवेंट के तहत रिसर्च गैप और एफपीजीए प्रस्तुतियों में छात्रों ने इंजीनियरिंग से जुड़ी नई चुनौतियों का समाधान पेश किया। क्विंटाथलान और इंप्राम्प्टू प्रतियोगिताओं ने विद्यार्थियों के त्वरित सोचने और समस्या हल करने की क्षमता को परखा। ओलिगोपॉली में इकोनॉमिक्स और मार्केटिंग से जुड़े छात्रों ने अधोल, सोलो लोबो और पिचर्स के फाइनल राउंड में अपने बेहतरीन स्किल्स का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि कैसे किसी व्यापार को आगे बढ़ाया जा सकता है।

रोबोट की स्पीड ने चौंकाया
मेक्रोकॉसम और मोनोपॉली में छात्रों ने टीम वर्क और अपने निर्णय लेने की क्षमता को दिखाया। क्रैक द केस और ब्लूप्रिंट में उन्होंने अपनी रचनात्मकता और सोच को साबित किया, जबकि टर्बो स्पीड शोडाउन और ऑटोमैक्स ने रोबोट और वाहनों की स्पीड को परखा। दोपहर में रासायन्स के वेबकोड और डेटाविजऩ इवेंट ने छात्रों के तकनीकी कौशल को चुनौती दी। निरमाण और टेराक्विज भी आकर्षण का केंद्र रहे। गनोसोमानिया और कोसमोकोन जैसे क्विज इवेंट्स में छात्रों ने सामान्य ज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में अपनी जानकारी को जाना। कोडसंगम और ऑपेरा ओम्निया में तकनीकी और बौद्धिक चुनौतियों का सामना किया, जहां छात्रों ने अपनी सोच और समस्या समाधान क्षमता का प्रदर्शन किया।
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत लिटम्यूज़ के काव्यांजलि से हुई, जिसमें छात्रों ने हिंदी कविता से अपनी भावनाओं को प्रस्तुत किया। इसके बाद काव्यसंध्याआ में मशहूर कवियों ने अपनी काव्य रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम में कवि अजहर इकबाल, हिमांशी बाबरा, शिवम भगवती, संदीप शुक्ला, गौरव चौहान और राधे श्याम भारती ने अपनी शानदार कविताओं से समां बांध दिया।

Posted By: Inextlive