डीएम संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गयी. बैठक में कोविड-19 संवेदीकरण व नियंत्रण तथा कोविड-19 के लक्षण युक्त व्यक्तियों के इलाज पर चर्चा की गई. इसके अलावा डीएम ने नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों व 60 वर्ष के अधिक आयु के कोविड-19 टीके की पहली खुराक ना प्राप्त करने वालों के चिन्हीकरण के निर्देश दिए.


प्रयागराज (ब्यूरो) डीएम ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स को निर्देशित किया है कि माइक्रो प्लान के अनुसार जनपद में टीमों का गठन किया जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में टीम में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अनिवार्य रूप से रखा जाए। डोर टू डोर सर्वे में उन्होंने जनपद स्तरीय अधिकारियों डीपीआरओ एवं डीपीओ को माइक्रो प्लान बनवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम में एक आशा एवं एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री रहेगी, ये सभी सीडीपीओ सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया है कि डोर-टू-डोर सर्वे में सहायक पंचायत राज अधिकारी एवं रोजगार सेवक सहयोग करेंगे, जो भी डाटा आयेगा सर्वे के दौरान जो लक्षणयुक्त पाये जायेंगे, उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध करायी जायेगी।रेफर होंगे गंभीर
डीएम ने कहा कि जो मरीज गम्भीर रूप से पीडि़त होंगे, उन्हें सम्बंधित टीम अपने अधीक्षक को सूचित करेगी और अधीक्षक उन्हें आगे के लिए रेफर करेंग। डोर-टू-डोर सर्वे में जो भी अभी तक किन्हीं कारणों से छूटे है, उन्हें चिन्हित कर टीकाकरण सुनिश्चित किया जायेगा। कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्तियों को टीम के द्वारा मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए एवं कोविड-19 केंद्र में सूचीबद्ध निकटवर्ती जांच केंद्रों के बारे में बताया जाए। सर्वेक्षण टीम द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया गया स्टीकर लगाया जाए। विभिन्न संचारी रोगों तथा कोविड-19 संक्रमण के खतरे एवं बचाव के विषय में जागरूकता फैलाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए।

Posted By: Inextlive