वर्दी पर अटका टीचर व इंजीनियर का सपना
प्रयागराज (ब्यूरो)। पुलिस विभाग में लिपिक संवर्ग की लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र व शारीरिक जांच के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया। सुबह आठ बजे से यहां प्रमाण पत्र व शरीरिक जांच की प्रक्रिया शुरू हुई। अफसरों ने बताया कि पहले दिन कुल 49 अभ्यर्थी यहां पहुंचे। जिनके प्रमाण पत्रों को चेक करने के साथ उनकी हाइट और वजन एवं चेस्ट की जांच एवं नाप की गई। पुलिस लाइंस के जिम्नेजियम हाल में चल रही इस प्रक्रिया का एडीजी प्रेम प्रकाश व आईजी डॉ। राकेश सिंह ने निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया यहां पर कुल 24 तारीख तक चलेगी। यहां पर कुल 305 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र एवं अन्य चीजों की जांच की गई। पुलिस लाइंस में अभ्यर्थी सुबह निर्धारित टाइम आठ बजे से पहले पहुंच गए थे। भीड़ को देते हुए हॉल के बाहर से लेकर अंदर तक कुछ सात काउंटर बनाए गए थे। ताकि काम जल्दी पूरा हो जाय और गर्मी के मौसम में अभ्यर्थियों को परेशानी नहीं हो।
मै टीचिंग लाइन में जाने की तैयारी कर रहा हूं। मंशा थी कि अगर टीचर नहीं बन सका तो फोर्स ज्वाइन करूंगा। इस बीच पुलिस विभाग की यह वैकेंसी आ गई जिसे भर दिया था। लिखित परीक्षा दिया तो पास हो गया। आज डाक्यूमेंट व चेस्ट एवं लंबाई और वजन के परीक्षण के लिए बुलाया गया है। एक सवाल के जवाब में कहा कि बेरोजगारी चरम पर है। इस लिए किसी एक सपने के लिए दूसरे मौके को नहीं छोडऩा चाहिए।
प्रदीप कुमार, प्रतापगढ़ पट्टी
दिनेश सिंह, खागा फतेहपुर मैं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही। पिछले दो तीन वर्षों से तैयारी बहुत अच्छी हो नहीं पा रही। सब कुछ ऑनलाइन ही चल रहा था। उसी बीच पुलिस लिपिक संवर्ग की पोस्ट आई थी। फार्म भरे और लिखित परीक्षा पास कर लिए। यह नौकरी मिल जाती है तो बेस्ट है। फिर आगे मैं अपने पैसों तैयारी कर सकूंगी। इस बेरोजगारी में जो जॉब मिल जाय वही अच्छी है।
सृष्टि अग्रवाल, महोबा
हम तैयारी किसी एक जॉब के नहीं कर रहे थे। हमारी तैयारी और मंशा इतनी है कि हमें एक सम्मान जनक जॉब हासिल करना है। इसी लिए हमने टाइपिंग से लेकर शार्ट हैंड तक सीखा है। स्पीड अच्छी रहे इसकी बराबर प्रैक्टिस अब भी करती हूं। बेरोजगारी का दौर है। इस लिए जो भी जॉब सामने हो उसमें पान की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि समय बर्बाद करने से कुछ हासिल नहीं होता।
रश्मी, दतिया मध्य प्रदेश