बीस बंदर को पकडऩे की मिली थी अनुमति 24 घंटे बाद बीस में सिर्फ 13 बंदर फंसे जाल में पकड़े गए सभी बंदरों को टारजन ने शंकरगढ़ के जंगल में छोड़ा प्रयागराज संगम स्टेशन पर बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग और नगर निगम ने सुध ली तो 24 घंटे बाद 13 बंदर जाल में फंस गए. वन विभाग की ओर से बंदरों को पकडऩे के लिए सोरांव एरिया से बुलाये गए टारजन को 20 ही बंदर को पकडऩे की लिखित अनुमति मिली थी. गुरुवार सुबह टारजन ने बंदर को पकडऩे के लिए चार मंकी कैचर रखा. उसके बाद रेस्क्यू शुरु किया गया. इस मंकी कैचर पिंजड़ा में पहले टारजन ने बंदरों को खिलाने के लिए पेट भर खाना डाला. जब बंदर का पेट भर गया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अगले दिन शुक्रवार सुबह फिर से जब बंदर खाना खाने मंकी कैचर पहुंचे। टारजन ने धीरे से पिंजड़े बंद कर दिए। इस दौरान कुल 13 बंदर पकड़ में आए। जिनको टारजन ने शंकरगढ़ के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। बीके टारजन का कहना है कि 24 घंटे रेस्क्यू करने के बाद 13 बंदर पकड़ में आये हैं। जबकि अभी लिखित अनुसार सात बंदर और पकडऩा है। लेकिन अब बंदर थोड़ा एक्टिव हो गए हैं। पकड़े गए 13 बंदर गायब होते ही सभी एलर्ट हो गए हैं। इसलिए दोबारा से पकडऩे के लिए पिंजड़े का रंग बदला जाता है। ताकि नए पिंजड़े को देखकर न समझ सकें। फिलहाल बाकि के सात पकडऩे का प्रयास जारी है।

Posted By: Inextlive