भारतीय जनता पार्टी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के तत्वावधान में सुशासन उत्सव अटल रत्न सम्मान एवं कवि सम्मेलन का आयोजन सिविल लाइन स्थित पार्टी कार्यालय पर हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ अटल बिहारी बाजपेई श्यामा प्रसाद मुखर्जी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ. भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केशरवानी ने कहा कि अटल जी सही मायने में राजनेता थे उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से आज के युवा पीढ़ी तथा राजनेताओं को प्रेरणा लेनी चाहिए.


प्रयागराज ब्यूरो । क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र को जीवंत करने और संघर्ष से सड़क से संसद तक कैसे पहुंचा जाए ,यह अटल जी के व्यक्तित्व से परिलक्षित होता है। विधायक हर्षवर्धन बाजपेई ने कहा कि हम सभी को अटलजी के जीवन से सीख लेना चाहिए। विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय सह सयोजक सांस्कृतिक प्रकोष्ठ डाक्टर आभा श्रीवास्तव ने कहा कि अटलजी सुशासन के प्रतीक माने जाते थे। इन्हें मिला अटल रत्न सम्मानसमाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े बौद्धिक साहित्यिक एवं सामाजिक लोगों को अटल रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।प्रीता वाजपेई, शैलेंद्र मधुर, राजेश केसरवानी राम कैलाश पाल प्रयागी सीमा गुप्ता, संजय कुमार, सुनील केसरवानी, विजय पटेल, सुधीर द्विवेदी सहित अन्य लोगों को अटल रत्न से सम्मानित किया गया। इन सभी को प्रशस्ति पत्र दिया गया।


अतिथियों का स्वागत सांस्कृतिक प्रकोष्ठ महानगर संयोजक तीर्थ राज पांडे ने किया। संचालन सांस्कृतिक प्रकोष्ठ महानगर के सह संयोजक अमित श्रीवास्तव जोनपुरी ने किया। झूठ के चेहरे से पर्दा हटाने आई हूं

अटल काव्य उत्सव की अध्यक्षता प्रख्यात कवियत्री प्रीता बाजपेई ने किया, काव्य पाठ करने वालों में सर्वप्रथम अमित जौनपुरी ने अपनी कविताओं से लोगों को अहलादित कर डाला। सुनाया कि जनता भी हो जाएगी यदि सिस्टम का अंग, कैसे भ्रष्टाचार से हो पाएगी जंग। तत्पश्चात योगेश झमाझम में अपनी रचनाओं से लोगों में जोश भर डाला सीमा से तिरंगे में लिपट कर के जो आए, बोले उनके खून की वो धार वंदे मातरम।प्रख्यात गीतकार शैलेंद्र मधुर ने अटल बिहारी बाजपेई जी को समर्पित अपनी कविता पढ़ी। भाषा जिसकी थी बड़ी सरल, जिसने पिया कई बार गरल, ना कभी हुए विचलित एक पल, संकल्प एक था खिले कमल, है सत्य अटल जी रहे अटल। डॉ आभा श्रीवास्तव ने अपने गीतों गज़लोंसे श्रोताओं का मन मोह लियाझूठ के चेहरे से पर्दा हटाने आई हूं आज मैं सच को भी दर्पण दिखाने आई हूँ। राम कैलाश पाल प्रयागी ने अपनी रचनाओं से राष्ट्रीय भावनाओं से भर दिया। इस दौरान पूर्व विधायक प्रभा शंकर पांडे, महानगर महामंत्री रमेश पासी, वरुण केसरवानी, कुंज बिहारी मिश्रा, दया पाठक, गिरजेश मिश्रा, उपाध्यक्ष,रणजीत सिंह,विक्रम जीत सिंह भदोरिया, शिव प्रकाश उपाध्याय, सतीश गुप्ता, यश विक्रम त्रिपाठी, अनिल भट्ट, अजय सिंह, अजय अग्रहरि, श्याम प्रकाश, शैलेंद्र सिंह, जय वर्धन त्रिपाठी, शिखा रस्तोगी। कवि सम्मेलन का संचालन सांस्कृतिक प्रकोष्ठ महानगर की सह संयोजक योगेश ओझा झमाझम ने किया।

Posted By: Inextlive