बदलते मौसम में खुद का रखें ख्याल
प्रयागराज ब्यूरो ।इस सीजन में थोड़ा संभलकर चलिए। क्योंकि जरा सी लापरवाही आपको वायरल इंफेक्शन का शिकार बना सकती है। इससे आप सर्दी, जुकाम और बुखार की चपेट में आ सकते हैें। वर्तमान में हर पांचवां आदमी इसका शिकार हो चुका है। खुद डॉक्टर्स का कहना है कि कभी बारिश और कभी धूप की वजह से लोग भ्रमित हो रहे हैं। छीक, खांसी और दर्द से परेशान हैं लोगवायरल इंफेक्शन के कॉमन लक्षणों में खांसी, छीक और बदन दर्द शामिल है। हजारों लोग इस परिस्थिति से गुजर रहे हैं। उनको ठीक होने में पांच से सात दिन लग रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि परेशान होने की जरूरत नही है लेकिन लक्षण का सामना करना पड़ सकता है। किसी भी बीमार आदमी के संपर्क में आकर लोग आसानी से संक्रमित हो रहे हैं। इन कारणों से फैल रहा इंफेक्शन
- किसी के यूज किए टावेल, रुमाल या गैजेट्स यूज करना।- किसी के जूठे बर्तन में खानपान करना।- सक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहना।- गर्मी से आकर फ्रिज का ठंडा पानी पीना।- एसी में लगातार बने रहना।- बाजार का तला भुना भोजन ग्रहण करना।अस्पतालों में लगी है मरीजों की लाइन
वायरल इंफेक्शन के मरीजों की लाइन अस्पतालों में लगी हुई है। बेली, काल्विन और एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में रोजाना चार से पचास मरीज इस तरह के आ रहे हैं। इनमें बच्चे और महिलाओं की संख्या ठीक ठाक है। साथ ही बुजुर्ग भी वायरल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि कभी बादल तो कभी बारिश होना, फिर धूप निकलना यह घातक वायरस को बढ़ाने का काम करता है। इससे बचना है तो खुद को मौसम के बदलाव के साथ ढालने की कोशिश करें। गर्मी से आकर अचानक ठंडा पानी पीने या एसी में जाने से बचें।इम्युनिटी को बनाइए स्ट्रांगवायरल इंफेक्शन से बचने के लिए लोगों को अपनी इम्युनिटी को स्ट्रांग करना होगा। बच्चों को अधिक से अधिक मां का दूध पिलाना होगा। साथ ही किशोर और एडल्ट्स को विटामिन सी सप्लीमेंट लेने होंगे। इनमे आवला, नींबू, कीवी, टमाटर आदि अहम रोल निभाते हैं। इनका सेवन करने से बीमारियां लोगों से दूर बनी रहती हैंॅॅ बॉडी के इम्युन सिस्टम को बीमारियों से लडऩे मे ंसहायता मिलती है। इसके अलावा एसी की जगह पंखे की हवा में सोने की आदत डालनी होगी।
अस्पताल की ओपीडी में वायरल इंफेक्शन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस मौसम में ऐसे मरीजों की संख्या में खासी बढ़ोतरी होती है। वायरल इंफेक्शन को ठीक होने में पांच से सात दिन का समय लग जाता है।डॉ। एके अखौरी, अधीक्षक बेली अस्पतालयह सीजन वाकई बीमारियों को जन्म देने वाला है। इस समय सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की लाइन लगी है। इनमें सभी एज ग्रुप के लोग शामलि हैं। अगर भोजन में विटामिन सी की भरपूर मात्रा ली जाए तो शरीर वायरल इंफैेक्शन का मुकाबला कर सकता है।डॉ। डीके मिश्रा, फिजीशियन