छह जुलाई तक शासन को भेज दी जाएगी डीपीआर ट्रैफिक मैनेज करने में मिलेगी बड़ी मदद- पीपीपी मॉडल पर विकसित होंगी पार्किंग व स्टैंड वर्ष 2025 में होने वाले महाकुंभ से पहले प्रयागराज वासियों को लाइट मेट्रो पर सवारी करने का मौका मिल जाएगा. शासन की मंशा को भांपकर प्रशासन ने भी इससे संबंधित जरूरी रिपोर्ट और डीपीआर 6 जुलाई से पहले सौंपने का मन बना लिया है. कमिश्नर संजय गोयल ने बताया कि जितनी जल्दी शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी उतनी जल्दी शहर में मेट्रो रेल का काम शुरू हो जाएगा. वह गुरुवार को आईसीसीसी सभागार में महाकुंभ की तैयारियों को लेकर मीडिया से बातचीत कर रहे थे.


प्रयागराज (ब्यूरो)। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन और मेला प्राधिकरण ने अभी से प्लान बनाना शुरू कर दिया है। मेट्रो रेल इस प्लान में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती है। प्रशासन चाहता है कि मेला आने से पहले जंक्शन से परेड मैदान के बीच लाइट मेट्रो का संचालन शुरू करा दिया जाए। इससे ट्रैफिक का दबाव शहर में काफी कम हो जाएगा। बाहर से आने वाले जंक्शन से सीधे मेला एरिया पहुंच सकेंगे। बता दें कि लाइट मेट्रो के 5500 करोड़ की अनुमानित लागत में 44 किमी लंबे दो रूट तैयार होंगे। इनमें बमरौली से झूंसी और फाफामऊ से छिवकी शामिल है।निकाला गया था टेंडर, नही किया पार्टिसिपेट


मीडिया, व्यापार मंडल और सामाजिक संगठनों के साथ बैठक के दौरान पीडीए वीसी अरविंद चौहान ने बताया कि सिविल लाइंस और जीरो रोड बस अड्डे को महाकुंभ से पहले शहर से बाहर किए जाने की प्लानिंग चल रही है। इसके बाद इन जगहों पर पीपीपी मॉडल पर मल्टी लेवल पार्किंग और स्टैंड डेवलप किया जाना है। इसके लिए टेंडर निकाले गए थे लेकिन किसी ने रुचि नही दिखाई। अब पीडीए खुद इसे डेवलप करेगा।बनेगा होटल, प्रयागराज से आपरेट होगा टूर

बैठक में शामिल स्टेक होल्डर्स ने महाकुंभ से पहले संगम किनारे फाइव स्टोर होटल बनाने का सुझाव दिया। इस पर पीडीए वीसी ने कहा कि हमने इसके लिए टेंडर निकाला था लेकिन केवल दो लोगों ने ही पार्टिसिपेट किया। व्यापारियों ने कमिश्नर से मेला एरिया में होटल के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की। बैठक में कहा गया कि यह शर्मिंदगी की बात है कि प्रयागराज का टूर वाराणसी से आपरेट होता है। जबकि प्रयागराज घूमने वालों का टूर यही से बनना चाहिए। कमिश्नर ने कहा कि इस दिशा में काम चल रहा है और जल्द ही प्रयागराज से वाराणसी का टूर आपरेट किया जाएगा।इन कार्यों की भी हुई चर्चा- महाकुंभ से पहले 76 नालों का टैप कर गंगा में गिराया जाएगा।- गंगा नदी पर चार लेन पुल दिसंबर 2024 से पहले कम्प्लीट करा लिया जाएगा।- एलिवेटेड कारीडोर, डबल डेकर ब्रिज आदि को लेकर भी चर्चा चल रही है। कितने फ्लाई ओवर बनने हैं यह एक सप्ताह मे तय हो जाएगा।- मप्र की ओर से आने वालों के लिए छोटे छोटे शेल्टर बनाए जाएं।- मेला एरिया में पार्किंग व स्टैंड बनाया जाए।इन्होंने किया पार्टिसिपेट

महाकुंभ को लेकर बैठक में तमाम सुझाव भी दिए गए। जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करने की बात कही है। बैठक में व्यापारी जगदीश गुलाटी, सतपाल गुलाटी, सुशील खरबंदा, शिवशंकर सिंह, रघुनाथ द्विवेदी समेत तमाम लोग उपस्थित रहे। कमिश्नर व पीडीए वीसी के अलावा नगर आयुक्त ने भी लोगों के सुझाव को गौर से सुना।

Posted By: Inextlive