'टोचन' पर कैमरे की निगरानी
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रुपये चार्ज है पिक की गई तीन और चार पहिया गाड़ी का 300 रुपये देने पड़ते हैं बाइक ओनर को टोचन चार्ज नो-पार्किंग से गाड़ी पिक करने से पूर्व मौके पर किए जाएंगे अनाउंसमेंट क्लेम करने पर फुटेज खोलेगा कार पार्किंग जोन में खड़ी थी या नो पार्किंग में क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: शहर के अंदर नो-पार्किंग में खड़ी गाडि़यों को अब ट्रैफिक पुलिस की जेसीबी चुपके से नहीं लिफ्ट कर सकेगी। गाडि़यों को उठाने से पहले जेसीबी पर तैनात कर्मचारियों को अनाउंस करना पड़ेगा। अनाउंस में बताना होगा कि यहां से पिक की गई गाडि़यों को किस पार्किंग में ले जाया जा रहा है। आवाज इतनी तेज होगी कि दुकानदार और आसपास के लोग सुन सकें। यह व्यवस्था जल्द ही लागू होगी। इसके लिए एसपी ट्रैफिक द्वारा गाड़ी को पिक करने वाली जेसीबी चालकों को निर्देश दिए जा चुके हैं। जेसीबी में लगे कैमरे बताएंगे सच्चाईगाड़ी टोचन करने वाली जेसीबी पर माइक के साथ सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य होगा।
गाडि़यों को पिक करते समय कैमरे ऑन है यह जेसीबी चालक सुनिश्चित करेगा। कैमरे में गाड़ी को उठाने का पूरा वीडियो रिकार्ड होगा। इससे यह पता चलेगा कि उठाई गई गाड़ी नो पार्किंग में थी।जेसीबी के कैमरे में कैद तस्वीर पुष्ट करेगी कि पिक की गई गाड़ी नो-पार्किंग में खड़ी थी या नहीं।
गाड़ी मालिक द्वारा क्लेम करने पर कैमरे की फुटेज दिखायी जाएगी मालिक द्वारा पार्किंग में गाड़ी खड़ी होने का दावा सच मिला तो जेसीबी पर तैनात कर्मचारियों के खिलाफ विभाग कार्रवाई कर सकेगा। पब्लिक को मिलेगा यह लाभ गाड़ी पार्किंग प्लेस पर न मिलने पर वाहन मालिक परेशान नहीं होंगे क्वैरी करने पर आसपास के लोग हटाने का डिटेल बता सकेंगे बगैर भटके उसे पार्किंग का पता मिल जाएगा पार्किंग जोन से गाड़ी उठाने की शिकायत कर सकेगी फुटेज चेक करके अधिकारी आन द स्पॉट डिसीजन ले सकेंगे तीन स्थानों पर होती है शिफ्टिंग सिटी के अंदर नो पार्किंग जोन से पिक की गई गाडि़यों को जेसीबी तीन जगह ले जाकर शिफ्ट करती है। इनमें ट्रैफिक पुलिस लाइंस, मल्टी लेवल पार्किंग सिविल लाइंस पार्किंग और खुल्दाबाद थाना के पीछे स्थित ग्राउंड शामिल है जेसीबी से पिक की गई सारी गाडि़यां यहां नंबर के साथ इंट्री करवाई जाती हैं। यहां बने रजिस्टर पर टाइमिंग भी अपडेट होती है। यहां से निर्धारित शुल्क जमा करके अपनी गाड़ी ले जा सकते हैं। फिर नहीं मिल सकेगी गाड़ीजेसीबी द्वारा पिक की गई गाड़ी छुड़ाने के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा
गाड़ी के कागजात भी पार्किंग स्थल पर दिखाने पड़ेंगे, ऐसा न होने पर गाड़ी नहीं मिलेगी तमाम शिकायतें मिल रही थीं कि बगैर बताए गाडि़यां उठा ली जाती हैं। इससे वाहन स्वामियों को परेशान होना पड़ता है। लोग यह भी कहते थे कि उनकी गाड़ी पार्किंग जोन में थी। इन्हीं सारी बातों को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। अभिषेक भदौरिया एसपी ट्रैफिक