विदेशों में धाक जमाएगा सुर्खा का पौधा
प्रयागराज ब्यूरो ।प्रयागराज के सुर्खा और सफेदा अमरूद का पौधा अब विदेशों की जमीन पर भी तैयार होगा। गैर प्रदेश के लोग भी इन पौधों को अपने यहां रोपित करके तैयार कर सकेंगे। उद्यान विभाग द्वारा इसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गई है। अमरूद के इन पौधों की ब्रांडिंग महाकुंभ से शुरू होगी। तम्बुओं के इस शहर में विभाग के द्वारा लगाई जाने वाली प्रदर्शनी में यह पौधे रखे जाएंगे। यहां से लोग नार्मल रेट यानी पौध तैयार करने पर आनेवाला खर्च देकर ले जा सकेंगे। इन पौधों को तैयार करने की विधि भी प्रदर्शनी में एक्सपर्ट इच्छुक श्रद्धालुओं व पर्यटकों को बताएंगे। फल की खासियत के बारे में भी उन्हें पूरी जानकारी दी जाएगी।
खरीदार को बताएंगे रोपण का तरीका
इलाहाबाद के अमरूद की पहचान देश ही नहीं विदेश तक में फैली हुई है। सुर्खा अमरूद के फल की डिमांड प्रति वर्ष विदेशों से आया करती है। यह देखते हुए अब फल ही नहीं इस प्रजाति के पौधों को भी विदेशों व गैर प्रदेशों में बेचने की तैयारी की है। उद्यान विभाग के औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुशरोबाग में इसकी प्लानिंग की जा चुकी है। प्लान पर गौर करें तो यहां सुर्खा और सफेदा अमरूद के 20 हजार पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इन पौधों का ग्राफ्टिंग (कलम) लगाया जा चुका है। एक्सपर्ट की मानें तो ग्राफ्टिंग किए गए यह पौधे महाकुंभ तक तैयार हो जाएंगे। तैयार किए गए अमरूद के इन पौधों की ब्राडिंग महाकुंभ से शुरू की जाएगी। इसके लिए उद्यान विभाग द्वारा महाकुंभ में प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में खुशरोबाग में तैयार किए गए अमरूद के पौधे रखे जाएंगे। देश व विदेश से आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक इन पौधों को खरीद ले जाने के बाद अपने यहां रोपित कर सकेंगे। अहम बात यह है कि इन पौधों की कीमत महज 29 या 30 रुपये रखी जाएगी। पौधों की खरीदारी करने वाले लोगों को रोपित करने का तरीका भी एक्सपर्ट ही बताएंगे। साथ ही प्राप्त होने वाले फलों की गुणवत्ता से भी उन्हें अवगत कराया जाएगा।
पौधों के ग्रोथ पर ऐसे रखेंगे नजर
इन पौधों को खरीद कर ले जाने वालों को रोपाई के बाद रोग आदि लगने पर भी परेशान होने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि विभाग के द्वारा इन पौधों की परवरिश के तरीके व रोग के निवारण की विधि ऑनलाइन बताई ताएगी। ऑनलाइन विभाग की साइट पर जाकर घर बैठे लोग इन तमाम विधियों की जानीकारी ले सकेंगे। फिर वह शख्स विदेश का हो या फिर देश के अन्य प्रदेशों का। तैयार किए जाने वाले इन पौधों में दस हजार सुर्खा और दस हजार सफेदा अमरूद शामिल हैं। पौधों को खरीद कर ले जाने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों का रजिस्टर में नाम, पता और मोबाइल नंबर भी दर्ज किए जाएंगे। ताकि जरूरत पडऩे पर विभाग पौधों के ग्रोथ की अपडेट ले सके।
वीके सिंह, प्रभारी औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुशरोबाग