सुहाग ही कातिल
प्रयागराज ब्यूरो । कातिल सुहाग की यह हकीकत कौंधियारा थाना क्षेत्र के मझिगवां गांव की है। दूध कारोबारी अनिल पाल ने मंगलवार सुबह पत्नी की सुशीला (29) की हत्या कर दी। कत्ल के पहले उसने पत्नी की जमकर पिटाई की थी। इतने से भी जी नहीं भरा तो उसने सिर पर पीछे से डंडे से जोरदार वार कर दिया। इससे चोट खाकर सुशीला गिरी तो फिर उठ नहीं सकी। बताया गया है कि दूध व्यवसायी अनिल पाल गांव में लोगों से कर्ज ले रखा था। उसे दूध देने वाले मवेशी पालकों का भी बकाया था। वह सभी रोज दरवाजे पर तकादा कर रहे थे। तकादा करने वाले उल्टी सीधी दस बातें सुना कर चले जाया करते थे। इससे गांव मे व पड़ोसियों के बीच परिवार की शाख पर बट्टा लग रहा था। सुशीला चाहकर भी ससुराल की साख बचाने के लिए कुछ नहीं कर पा रही थी। तगादेकारों की खरी खोटी सुनकर वह तंग आ चुकी थी। वह हर रोज पति पर किसी सूरत थोड़ा-थोड़ा करके कर्ज चुकाने का दबाव बनानी थी। पत्नी की बातें अनिल को बेजा व खराब लगती थीं, इसी लिए वह उसकी पिटाई किया करता था। बात परिवार के सम्मान की थी लिहाजा सुशीला पति पर दबाव बनाए जा रही थी।
सुबह भी पहुंचे थे तगादेदार
मंगलवार सुबह करीब दस बजे भी कुछ ऐसा ही हुआ। बताते हैं कि तकादेदार पहुंचे तो अनिल पाल घर पर ही था। पत्नी के सामने अनिल को तगादा करने आए लोगों ने भला बुरा कहा। पति की बेइज्जती देखकर सुशीला से रहा नहीं गया। वह कुछ बोल बैठी। इस इस पर उसे भी चार बातें तकादा करने आए लोगों की सुननी पड़ीं। तकादेदार चले गए तो इस बात को लेकर पति से उलझ गई। बहस करते हुए गोशाला की सफाई के लिए चली गई। तकादेदारों का मुंह बंद करा पाने में नाकाम अनिल पत्नी पर जोर आजमाइश करने लगा। डंडे से उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दिया। गला दबाकर जमीन पर पटक दिया। वह चीखती रही और बेरहम पति उसे पीटता रहा। खून से तरबतर हो हुई सुशीला पति से जिंदगी की भीख मांगने लगी। मगर वह उसे तब तक पीटता रहा जब तक कि उसकी सांसें थम नहीं गई। अनिल पाल कौंधियारा थाना क्षेत्र के मझिगवां गांव निवासी होमगार्ड मुंशी लाल का बेटा है। उसके द्वारा पत्नी के कत्ल की खबर सुनते ही दरवाजे पर पड़ोसियों की भीड़ लग गई।
मायके में मचा कोहराम
खबर मिलते ही पहुंचे मायके वालों ने जानकारी पुलिस को दी। कौंधियारा थाने की पुलिस के साथ एसपी यमुनापार मौके पर पहुंचे। छानबीन में कत्ल के पीछे की वजह उक्त सारी बातें पुलिस को मालूम चलीं। इसके बाद पुलिस महिला की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। देर शाम तक मृतका के मायके वाले कौंधियारा थाने पर बैठे तहरीर देने के लिए बैठे हुए थे। खबर लिखे जाने तक वह पुलिस को तहरीर नहीं दे सके थे। पुलिस के मुताबिक कत्ल में प्रयुक्त डंडा बरामद कर लिया गया है।
पति की पिटायी से ही महिला की मौत हुई है। घटना का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। आरोपित अभी पकड़ से बाहर है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा तभी पूरा सच सामने आयेगा। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गयी हैं। मृतका के मायके पक्ष के लोगों की तरफ से तहरीर दी गयी है। इसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
सौरभ दीक्षित
एसपी यमुनापार
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फूलपुर में खेत में दफना दी बॉडी
पति ने नशा करने से रोकने पर अंजाम दी घटना, बेटी ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी
तीन दिन से लापता 44 वर्षीय संगीता देवी की खेत में लाश मिलने से सनसनी फैल गई। छानबीन के बाद पुलिस ने पाया कि संगीता कत्ल उसके पति रामबहादुर ने ही किया था। घटना को हमेशा के लिए दबा देने के उद्देश्य से उसने खेत में दफना दिया था। कत्ल की वजह शराब पीने से मना करना बताया गया है। पुलिस आरोपित रामबहादुर की गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है।
तीन दिन पहले हुई थी गायब
फूलपुर थाना क्षेत्र के खंसार गांव निवासी संगीता तीन दिन पहले संदिग्ध दशा में गायब हो गई। परिवार वालों ने खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। तब बेटी मनीषा ने फूलपुर थाने में मां के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। मंगलवार दोपहर खेत में काम कर रहे कुछ लोगों ने संगीता की साड़ी को पहचान लिया और करीब से देखा तो शव नीचे गड़ा था। खबर पाकर सीओ, इंस्पेक्टर भी मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकलवाया। पुलिस का कहना है कि परिवार वालों ने बताया कि रामबहादुर शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था। तब उसकी तलाश शुरू हुई तो मालूम हुआ कि दो दिन से गायब है। इस पर पुलिस का शक गहरा गया और गुमशुदगी के मुकदमे को हत्या में तरमीम कर दिया।
नशा करने से रोकने पर रामबहादुर ने ही पत्नी की हत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्थिति और साफ होगी। रामबहादुर के परिवार में तीन बेटियां हैं, जिसमें दो की शादी हो चुकी है। बड़ा बेटा बंगलुरु में नौकरी करता है।
यशपाल, इंस्पेक्टर फूलपुर