शहर में दूध का कारोबार करने वाले पशु मालिकों के साथ मिटिंग में दिया गया सुझाव
प्रयागराज ब्यूरो ।दूध का बिजनेस करके आप सिर्फ एक कारोबार कर रहे हैं। मवेशियों को रखने की जगह नहीं है तो उन्हें सुबह शाम सड़क पर छोड़ दे रहे हैं। यह शहर में ट्रैफिक मूवमेंट में समस्या बन रहे हैं। यहां वहां गोबर करने से गंदगी फैल रही है। गोबर बर्बाद हो रहा है। इस गोबर का इस्तेमाल करके आप उद्योग खड़ा कर सकते हैं। अपने कई इनकम के कई नए सोर्स जेनरेट कर सकते हैं। नगर निगम इस काम में पूरी मदद करने की तैयारी में है। इस तरह के फैक्ट्स सोमवार को नगर निगम में पशुपालकों के साथ मिटिंग में नगर निगम और रीप्रजेंटेटिव कंपनी के अफसरों की तरफ से रखे गये।
डेयरी संचालक भी हुए शामिल
इस मिटिंग की पहल मेयर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने की थी। उनकी पहल पर दिन में दो बजे पशुमालिकों के साथ नगर निगम के समस्त अधिकारी, पाषर्द तथा छोटे पशु डेयरी संचालक शामिल हुए। नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग ने सभी से अपील की कि शहर को स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। मिले जुले प्रयास से ही शहर को साफ सुथरा रखा जा सकता है। अध्यक्षता कर रहे महापौर ने कहा कि महाकुम्भ में नगर निगम को स्वच्छ बानये जाने की दिशा में हम सभी का योगदान जरूरी है। उन्होंने सभी पशुमालिकों से आग्रह किया कि वे शहर को विकसित और सुंदर बनाने के लिए अपना योगदान दें।
सुबह और शाम को पशुपालक इन्हें दूध निकालने के लिए निर्धारित स्थान पर ले आते हैं
तमाम मवेशी रात में छोड़ दिये जाते हैं जो शहर में विचरण करते हैं। गोबर से गंदगी फैलती रहती है
पशुपालकों द्वारा गोबर नालियों में बहाये जाने से नालियां चोक हो जाती हैं और कई मोहल्लों में दुर्गन्ध से रहना मुश्किल हो जाता है
सड़कें और गलियां पशुबाडे से अतिक्रमण की शिकार हैं। आवारा पशु ट्रैफिक मूव करने में भी दिक्कत पैदा करते हैं। महाकुंभ में स्वच्छ कैसे दिखेगा
साल 2024 में कुंभ की तैयारी शुरू हो जायेगी। दिसंबर से अखाड़े हाने शुरू हो जाएंगे
कुंभ के दौरान बड़ी संख्या में विदेश मेहमान और टूरिस्ट भ्रमण के लिए यहां आएंगे
सड़कों और गलियों की गंदगी के साथ चोक नालियां और नाले बैड इंप्रेशन क्रिएट करेंगे
नगर निगम प्रयागराज तथा प्रदेश तथा देश की गरिमा पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और छवि धूमिल होगी।
क्या है समस्या का समाधान
मेयर ने बताया कि पशुपालकों के विस्थापित होने से अपना प्रयागराज स्वच्छ होगा
लघु उद्योगों की स्थापना का रास्ता खुलेगा और रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे
पशुओं द्वारा उत्पन्न गोबर से बायो गैस का निर्माण करके उसके ईधन की बिक्री संभव होगी
गोबर के वेस्ट से अगरबत्ती तथा दीपों का निर्माण किया जा सकता है जो आर्थिक विकास को गति देगा
मेयर ने पशुमालिकों को आश्वस्थ किया कि विस्तारित क्षेत्रों में उनके निवास से निकट ही भूमि उपलब्ध करायी जायेगी।
जहॉ पर पशुओं के लिए पेयजल, चिकित्सीय व्यवस्था तथा विद्युत की व्यवस्था होगी।
सभी पशुओं को विस्थापित किये जाने की वृह्द स्तर पर कार्य योजना बनायी जा रही है
छोटे-बड़े पशुपालकों को कहॉ कितनी भूमि उपलब्ध करायी जानी है उसके लिए सर्वे कराकर सूची तैयार करायी जा रही है।
पशुमालिकों के लिए विस्तारित क्षेत्रों के चारों दिशाओं- नैनी, झूंसी, फाफामऊ तथा बम्रौली क्षेत्र में कैटिल कॉलोनी हेतु भूमि चिन्हित करने हेतु नजूल विभाग को निर्देशित किया गया है।
हमको बेहतर कल की ओर आगे बढऩा होगा। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए इसे पशुविहीन किया जाना अति आवश्यक है। इसी दिशा में प्रयास किया जा रहा है। हम पशुपालकों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि वे खुद इस इनीशिएटिव के साथ जुड़ें। ऐसा होने पर ही बेहतर रिजल्ट सामने आएगा।
उमेश चन्द्र गणेश केसरवानीमेयर प्रयागराज