पतंजलि ऋषिकुल स्कूल की तरफ से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर गुरुवार को वेबीनार का आयोजन किया गया. मनोचिकित्सक डॉ समीर पारिख ने बच्चों को सरल एवं सहज तरीके से विकास के तरीके बताए. कहा पढ़ाई के लिए सिटिंग जितना ही महत्वपूर्ण ब्रेक भी होता है. यह हर एज ग्रुप के साथ डिफर करती है. कक्षा पांच से 12वीं तक के बच्चों के लिए एक बार की सिटिंग 40 मिनट से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए. उन्होंने योग ध्यान स्वास्थ्य खानपान संतुलित रखने परिवार दोस्तों रिश्तेदार को महत्व देने मन में कुंठा न रखकर बातें शेयर करने मुश्किल होने पर मदद मांगने में संकोच न करने पर विस्तार से चर्चा की.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उन्होंने कंसंट्रेशन बढ़ाने के लिए टेबल टेनिस, ड्राइंग, म्यूजिक को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य और भविष्य की जिम्मेदारी हमारी है। वेबीनार में पतंजलि ऋषिकुल के शिक्षकगण, छात्रों एवं अभिभावकों ने भाग लिया। डॉ पारीख ने छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के समाधान एवं संदेह का निवारण किया। उपाध्यक्ष डॉ कृष्णा गुप्ता ने कहा कि बच्चों की समस्याएं सुनने एवं सकारात्मक बदलाव लाने में शिक्षकों एवं अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विद्यालय निदेशक यशोवर्धन एवं रेखा बैद गुप्ता ने इनीशिएटिव को बेहतर बताया। प्रिंसिपल नित्यानंद सिंह ने डॉक्टर समीर पारिख का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बच्चे ही हमारे भविष्य हैं और आने वाले समय में स्वयं के एवं समाज के मानसिक स्वास्थ्य के वे ही जिम्मेदार होंगे। ऐसे में शिक्षकों एवं अभिभावकों का कर्तव्य बन जाता है कि उनके मानसिक स्वास्थ्य एवं विकास पर ध्यान दें।

Posted By: Inextlive