पढ़ाई करने वाले छात्रों ने डाली थी फाफामऊ गद्दोपुर में राम कुमार के घर डकैतीघटना में शामिल कुल छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पुलिस अफसरों ने किया खुलासाफाफामऊ के गद्दोपुर में राम कुमार पांडेय के घर नौ नवंबर को डकैती डालने वाले बदमाश पेशेवर अपराधी नहीं थे. इस दुस्साहसिक वारदात को हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले आधा दर्जन छात्रों ने अंजाम दिया था. यह हकीकत घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद सामने आई. ब्याज सहित दोस्त के सिर पर तीन लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया था. दोस्त के इसी कर्ज को चुकाने के लिए अभियुक्तों के द्वारा डकैती की स्क्रिप्ट गढ़ी गई थी. छात्र से डकैत बने युवकों द्वारा इसी स्क्रिप्ट के तहत पूरी घटना को अंजाम दिया गया. डकैती डालने के बाद सभी भागे-भागे फिर रहे थे. तलाश में जुटी एसओजी और फाफामऊ पुलिस द्वारा बेला कछार से शातिरों को पकड़ा गया. इनके पास से डकैती में ले जाई गई कार व बाइक सहित कैश और ज्वैलरी आदि भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.

प्रयागराज ब्यूरो । इस सनसनीखेज घटना का गुरुवार को आईजी डॉ। राकेश सिंह व एसएसपी ने खुलासा किया। बताया गया कि होलागढ़ का सचिव और देवेंद्र शांतिपुरम में मिलन चौराहा मार्केट के मकान में किराए पर रहते थे। जबकि हर्ष व अन्य छात्र गंगानगर स्थित एक ग्राम विकास अधिकारी के लॉज रहते थे। यहीं छात्रों की मुलाकात सचिव देवेंद्र से हुई थी। इनमें दोस्ती गहरी होने के साथ कारवां भी बढ़ता गया। इनके ग्रुप में बिहार का छात्र निशांत भी शामिल हो गया। ग्रुप की संख्या के साथ इनकी शाहखर्ची भी बढ़ गई। पढ़ाई के दौरान घर से मिलने वाले रुपये कम पड़ते थे। लिहाजा सभी चोरी व छिनैती जैसी वारदात को अंजाम देकर मिले रुपयों से ऐश किया करते थे। पुलिस के मुताबिक इस बीच निशांत धीरे-धीरे करके किश्तों में एक फल व्यापारी से दो लाख रुपये कर्ज ले डाला।
कर्ज का ब्याज चढ़ा तो देने लगा दबाव
फल व्यापारी दिए गए कर्ज पर व्याज दर ब्याज जोड़ता रहा। वक्त बीतता गया और मूलधन जोड़कर कर्ज लगभग तीन लाख हो गया। फल व्यापारी निशांत पर रुपये वापस करने का दबाव बनाने लगा। यह देखकर निशांत की चिंता बढ़ी और परेशान रहने लगा। वह दोस्तों से मदद की गुहार गुहार लगाया। बात इनके पूरे ग्रुप को मालूम चली तो सभी निशांत की मदद करने का प्लान बना बैठे। इसी प्लान के तहत बीएड कर चुके होलागढ़ के सचिन ने लूट और डकैती की स्टोरी तैयार की। सभी मिलकर इस स्टोरी को फाइनल टच दिए।
डकैती के लिए कर रहे थे रेकी
डकैती के लिए घर की रेकी करने की जिम्मेदारी सचिन को मिली। सचिन कई दिनों तक ऐसा स्थान खोजता रहा जहां वारदात को आसानी से अंजाम दिया जा सके। घटना वाले दिन से रोज पहले उसे गद्दोपुर कछार साइड सबसे किनारे राम कुमार पांडेय का मकान दिखाई दिया। पूरी रेकी करने के बाद नौ तारीख को उसके घर डकैती डाल दिए। राम कुमार के घर डकैती डालने के बाद सभी मेरठ जा पहुंचे। इसके बाद वहां से कार सहित बस्ती आ गए। इसी तरह वह घूम-घूमकर पुलिस को चकमा देते रहे। गुरुवार को पुलिस को खबर मिली कि सभी बदमाश डकैती में ले जाई गई कार से हॅस्टल गंगानगर कछार की जा रहे हैं। खबर मिलते ही फाफामऊ थाने की पुलिस टीम व एसओजी टीम ने सभी छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। जबकि वांछित चल रहे दो अभियुक्तों की तलाश अभी अधूरी है।

आवाज से डर कर छोड़े थे बुलेट
कार और बाइक के साथ डकैत राम कुमार के घर पर खड़ी बुलेट ले जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक इस बीच घर में रही महिला ने कहा कि बुलेट तो छोड़ दो। थोड़ी दूर जाने के बाद शातिरों का दिमाग काम किया। उन्हें लगा कि बुलेट की आवाज तेज होती है। आवाज सुनकर उन्हें जाते हुए कोई देख सकता है। जबकि कार और आम बाइक में आवाज नहीं होती। यही कारण था बदमाश बुलेट वापस कर गए थे।

तमंचे का प्रबंधक किया था देवेंद्र
बदमाशों के सामने इतनी बड़ी वह भी दिनदहाड़े डकैती डालने के लिए सबसे बड़ी चुनौती असलहों को मैनेज करना था। यह काम होलागढ़ अंगुरिहन निवासी देवेंद्र मिश्र ने अपने सिर ले लिया। वह एक दो दिन में ही चार तमंचे का प्रबंध किया। डकैती के वक्त बदमाशों द्वारा कुल चार तमंचे का प्रयोग किया गया। घटना में शामिल आधा दर्जन बदमाशों में चार के पास यह असलहा मौजूद था।

लूट से शुरूआत डकैती पर गिरफ्तार
यह गैंग अभी अपराध की दुनिया में कदम रखा ही था। डकैती की वारदात को अंजा देने से पूर्व वह सात नवंबर को मिठाई व्यापारी से उसकी बाइक लूटे थे। अधिकारियों ने कहा कि इस घटना की भी रिपोर्ट फाफामऊ थाने पर दर्ज है। पूछताछ में इस घटना को भी इस गैंग ने कबूल किया है। गैंग द्वारा लूट और डकैती की यह कहानी गिरफ्तारी के बाद बदमाशों ने खुद कबूल की है। पुलिस को शक है कि अभी इनसे अभी और घटनाओं का खुलासा हो सकता है।

गिरफ्तार डकैत व उनकी शिक्षा
सचिन कुमार पुत्र राम कुमार निवासी अंगुरिहन पूरब नारा थाना होलागढ़ शैक्षिक योग्यता बीएड (हर्ष के साथ मिलकर डकैती की स्क्रिप्ट लिखा और स्थल की रेकी किया)
सुशील उपाध्याय पुत्र विरेंद्र उपाध्याय निवासी गौरा थाना दुबौबलिया जनपद बस्ती। वह सह डकैती में डालने में सपोर्ट किया शैक्षिक योग्यता आईटीआई अप्रेंटिस
शिवा उपाध्याय उर्फ तरुण पुत्र श्याम जी उपाध्याय निवासी फटवा गौसपुर थाना कलवारी जिला बस्ती। शैक्षिक योग्यता इंटर डकैती में साथ दिया
अनुपम राय पुत्र अजीत कुमार राय निवासी कठैडा थाना सिकंदरपुर जिला बलिया। शैक्षिक योग्यता स्नातक अध्ययनरत
हर्ष सिंह पुत्र शैलेंद्र प्रताप सिंह निवासी सराय थाना कंधई जिला प्रतापगढ़ । शैक्षिक योग्यता इंटर (सचिन के साथ मिलकर डकैती की स्क्रिप्ट लिखा और स्थल की रेकी किया)
देवेंद्र कुमार मिश्र पुत्र राजमणि मिश्र निवसी अंगुरिहन थाना होलागढ़ जिला प्रयागराज। डकैती डालने में सपोर्ट किया और साथ रहा। शैक्षिक योग्यता आईटीआई अप्रेंटिस
प्रकाश में आए बलिया निवासी निशांत व कनिहार का रहने वाला दीपक वांछित है, दोनों की तलाश जारी है

बरामदगी
कार सहित ज्वैलरी व कैस बरामद
अभियुक्तों के पास से डकैती के सात हजार रुपये नकद, एक स्पार्क कार, एक बाइक बगैर नंबर की, दो सोने की चेन, एक टूटी हुई चांदी की चेन, एक अंगूठी चांदी की, एक चांदी की लॉकेट, दो मोबाइल, एक प्रिंटर कैनन, एक चोरी का खाली गैस सिलेंडर, दो बड़ी हथौड़ी, दो छोटी हथौड़ी, एक कटर, दो सूजा, प्लास, तीन अवैध तमंचा, छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।

वर्जन
डकैती की इस वारदात को अंजाम देने वालों को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। एसओजी और फाफामऊ की टीम का यह कार्य काफी सराहनीय रहा। इसके लिए पूरी टीम को 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।
डॉ। राकेश सिंह, आईजी प्रयागराज

घटना में दो बदमाश लोकल बाकी सभी बाहरी हैं। बाहर से सभी यहां पढ़ाई के उद्देश्य से आए हुए थे। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा डकैती के साथ एक बाइक लूट को भी स्वीकार किया गया है। डकैती की घटना को गैंग ने दोस्त के सिर से कर्ज का बोझ उतारने के लिए अंजाम दिया था।
शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी प्रयागराज

Posted By: Inextlive