बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बहस, पुतला दहन करने जा रहे छात्रों से हुई छीनाझपटी

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फ्राइडे को छाऋ संघ भवन के पास बेरोजगारी के मुद्दे पर जुलूस निकालकर पुतला दहन करने के इरादे से निकल रहे छात्रों का पुलिस से सामना हो गया। बात बहसा-बहसी से आगे बढ़कर हाथापाई तक जा पहुंची। किसी तरह से पुलिस ने मामले को शांत कराया।

बट-बूट से कब तक चलाएंगे काम

छात्रनेता सौरभ सिंह 'बंटी' की अगुवाई में शुक्रवार को छात्रों ने बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगियों की गिरफ्तारी और बेरोजगारी तथा लगातार बढ़ती महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया। सौरभ ने कहा कि सरकारें बटों और बूटों के बल पर कब तक राज करेंगी। किसान का बेटा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में महंगाई की मार झेल रहा है, जनता त्रस्त है और सरकार मस्त है। आनंद सिंह सेंगर ने कहा, सरकार रोजगार के बजाय जेल भेज रही है। छात्रसंघ बहाली को लेकर अनशन स्थल पर छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में प्रतियोगी छात्रों की रिहाई के बाद स्वागत किया गया। राहुल पटेल व मसूद अंसारी ने कहा कि लोकतंत्र देश के सभी विश्वविद्यालयों में जीवित है। इसका ज्वलंत उदाहरण महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में देखने को मिला।

Posted By: Inextlive