सुरक्षा गार्डों द्वारा हमले के पीछे साजिश मान रहे छात्र
प्रयागराज ब्यूरो । इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कभी ऐसा नहीं कि किसी छात्र या पूर्व छात्र पर सुरक्षा गार्डों के द्वारा हमला किया गया हो। सोमवार को गार्डों के द्वारा किया गया हमला व फायरिंग सुरक्षा गार्डों के गुंडागर्दी का परिचायक है। सारे छात्र संगठन मिलकर इसका विरोध कर रहे हैं। आरोपित गार्डों को जेल भेजा जाय। साथ ही छात्रों पर लिखा गया केस वापस लिया जाय। इन सबके पीछे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की बड़ी साजिश है।
विवेकानन्द पाठक, पूर्व छात्र नेता
सोमवार को हुई घटना के वक्त मैं यूनिवर्सिटी के पुरा छात्र विवेकानन्द के साथ ही था। विवाद हुआ तो प्रोफेसर आए थे और बात खत्म करा दिए थे। लेकिन बाद में अचानक गार्ड हमला बोल दिए। इन सब के पीछे चीफ प्रॉक्टर व वीसी के इशारे पर हुआ है। हम छात्र अपने हक व अधिकार एवं इंसाफ पाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
अविरल असीम, छात्र नेता
गार्डों के द्वारा छात्र नेता पर किए गए हमले में पूरी तरह साजिश साफ दिखाई दे रही है। यह साजिश यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों द्वारा रची गई। क्योंकि पिछले कई महीने से विभिन्न मांगों को लेकर छात्रों का धरना चल रहा है। उस धरने को समाप्त कराने के लिए ही यह साजिश रची गई। हम छात्र अपना हक व अधिकार लेकर ही दम लेंगे।
प्रियांशु विद्रोही, छात्र नेता
सुरक्षा गार्डों को हमला नहीं करना चाहिए था। इसके पहले कभी भी सुरक्षा में लगे गार्डों के द्वारा इस तरह की हरकत नहीं की गई। छात्र नेता व छात्रों पर सुरक्षा गार्डों के द्वारा किए गए हमले में निश्चित रूप से किसी साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता। प्रशासन को चाहिए कि जांच करके साजिश करने वालों पर भी कार्रवाई करे।
निर्भय द्विवेदी, पूर्व छात्र नेता