इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ बहाली को लेकर यूनियन हॉल के सामने बड़ी संख्या में छात्र पिछले 474 दिनों से लगातार अनशन पर बैठे हैं. लेकिन सोमवार को कन्वोकेशन के देखते हुए यूनियन हॉल गेट के पास बैरकेंटिड कर दिया गया. जिससे अनशनकारी छात्र यूनियन हॉल गेट के पास सोमवार को रोड पर ही अनशन पर बैठ गए. इस दौरान छात्र लगातार कुलपति के खिलाफ नारे बाजी कर रहे थे और छात्रसंघ बहाली की मांग कर रहे थे. छात्रों के अनशन को देखते हुए अनशन स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. दोपहर में अनशन तेज होता देख पुलिस ने छात्रों को हटाने का प्रयास शुरू कर दिया.


प्रयागराज (ब्यूरो)। रोड पर छात्रसंघ बहाली की मांग के दौरान पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया। इस दौरान अनशन का नेतृत्व कर रहे छात्रनेता अजय यादव सम्राट, मुबाशिर हारुन, सौरभ सिंह बंटी, राहुल पटेल, मसूद अंसारी, अमित द्विवेदी, मोहम्मद अशफाक, शिव शंकर सरोज, आदर्श भदौरिया, मोहम्मद सलमान, अभिषेक सिंह माइकल, अजय राज त्रिपाठी, उपेंद्र भारती समेत कई छात्रों को पुलिस ने जबरन हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचे। जहां शाम को करीब साढ़े चार बजे छात्रों को रिहा कर दिया गया। इस दौरान छात्रनेता अजय यादव ने पुलिस ने अनशन स्थल पर लाठी भांजने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई बर्बरता पूर्वक है। इसका जवाब आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में युवा और छात्र देंगे।

गुलाब का फूल देकर जताया विरोध
छात्रसंघ बहाली की मांग कर रहे छात्रों ने हाथों में रस्सी बांध गुलाब का फूल देकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान छात्रनेता सौरभ सिंह बंटी ने कहा कि शायद ही कोई ऐसी यूनिवर्सिटी होगी। जहां पर कन्वोकेशन के दौरान छात्रों को नहीं बुलाया गया।

Posted By: Inextlive