छात्रा संग हुई दरिंदगी का खुलासा
प्रयागराज (ब्यूरो)। पुलिस द्वारा बताई गई कहानी के अनुसार आजमगढ़ के मेंहनाजपुर थाना क्षेत्र स्थित सिधौना निवासी अमन सिंह राजपूत पुत्र अपरबल सिंह यहां सलोरी में रहकर पढ़ाई करता है। वह ईश्वरशरण डिग्री कॉलेज में बीए सेकंड ईयर का छात्र है। उसी की कक्षा में छात्रा और आजमगढ़ के ही सरायमीर थाना क्षेत्र स्थित पवई लाटपुर के नरेंद्र यादव का बेटा दीपक यादव भी पढ़ता है। मऊ जिले के सराय लखन्सी स्थित अमारी निवासी निखिल कनौजिया उसी कॉलेज में बीए फाइनल का स्टूडेंट है। निखिल यहां म्योराबाद में किराए पर रहता है। मारी गयी छात्रा सलोरी स्थित लॉज में रहती थी। एक ही कॉलेज में होने के कारण इनके बीच गहरी दोस्ती थी। पुलिस के अनुसार अमन और छात्रा के बीच की दोस्ती करीब दस महीने की है। दोस्ती प्यार में तब्दील हुई और दोनों का मिलना जुलना शुरू हो गया। नवंबर 2021 से अमन को शक था कि प्रेमिका यानी छात्रा किसी और लड़के से भी बात करती है। इसी शक पर वह फोन पर उसे गालियां दिया करता था। वाट्सएप और चैट से भी गालियां देता और शक जताया करता था। शक्की आशिक अमन 22 जनवरी 2022 की शाम साढ़े छह बजे किताब देने के बहाने उसे बुलाकर आईईआरटी ग्राउंड ले गया। यहां फिर शक को लेकर नोकझोक होने लगी। चूंकि रोड से गुजरने वाली गाडिय़ों की रोशनी पड़ती थी, लिहाजा दोनों वहां से उठकर जंगल स्थित कुएं के पास जा पहुंचे। वहां भी शक को लेकर झगड़ा हुआ तो छात्रा उसकी नीयत पर सवाल उठाते हुए जेल भेजवाने की धमकी देते हुए चिल्लाने लगी।दोस्तों संग पहुंचा तो गायब थी बॉडी
छात्रा को शोर मचाते हुए देखकर अभियुक्त अमन उसके मुंह पर घूसे से प्रहार करने लगा। इतना ही नहीं करीब तीन चार मिनट तक दोनों हाथ से छात्रा का मुंह और नाक दबाए रखा। इससे छात्रा बेहोश होकर गिर पड़ी। बेसुध छात्रा के साथ वह दुराचार किया और बॉडी को कुएं में फेंकने के लिए खींच कर चबूतरे पर ले गया। छात्रा की बॉडी वह कुएं में लटकाने ही वाला था कि एक दो लोग उसे आवाज देते हुए बुलाने लगे। उन लोगों आते देख छात्रा को कुएं के मुंडेर पर ही छोड़कर अमन भागकर सलोरी रूम जा पहुंचा। रूम से दीपक को कॉल करके बुलाया लिया। दीपक साथ निखिल कनौजिया को बुलाया। यह दोनों रूम पर पहुंचे तो तीनों घटनास्थल से छात्रा की बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए दोबारा घटना स्थल पर जा पहुंचे। तीनों पहुंचे तो छात्रा की बॉडी वहां थी, केवल उसका बैग पड़ा था। तीनों उसके बैग को कुएं में फेंककर भाग निकले और किसी को कुछ नहीं बताए। दूसरे दिन 23 जनवरी को करीब साढ़े बारह बजे तीनों भारद्वाज आश्रम पहुंचे। यहां आपस में खुद को बचाने के लिए तीनों छात्रा के रूममेट वृक्षा को कॉल करके छात्रा के बारे में पूछे। वृक्षा द्वारा खबर छात्रा के पिता को दी गई थी।इस तरह बेनकाब हुए कातिलमौत के घाट उतारी गई छात्रा व अमन के मोबाइल की लोकेशन कुएं के पास पुलिस को मिली है।दोनों का मोबाइल कुएं के पास ही एक साथ शाम करीब 7.46 मिनट पर स्विच ऑफ हुआ था, अमन का मोबाइल रूम पर खुला और दीपक से बात हुई थी।अमन का फोन कटते ही दीपक निखिल को कॉल किया फिर तीनों की लोकेशन भारद्वाज आश्रम में मिली।इतना ही नहीं पुलिस मोबाइल डिटेल खोजी तो पता यह भी चला कि तीनों घटना की कॉल डिटेल जंगल के कुएं के पास भी मिलीयही वह आधार रहे जिसके चलते तीनों को गिरफ्तार करके पूछताछ के बाद पुलिस द्वारा खुलासे की कहानी बताई गई
वाट्सएप के जरिए छात्रा और अमन के बीच हुए कई मैसेज डिलीट किए गए थे, इसी के जरिए पुलिस तीनों तक पहुंचीपूछताछ और मोबाइल की कॉल डिटेल एवं छानबीन से यह स्पष्ट हुआ है कि अमन ही छात्रा का कातिल है। बेसुध हालत में उसने खुद छात्रा से रेप की बात स्वीकार की है। दीपक और निखिल ने गुनाह में उसका साथ दिया था।अजय कुमार एसएसपी प्रयागराज