सरकार पर हमले का स्ट्राइक-डे
प्रयागराज (ब्यूरो)। बैंकिंग क्षेत्र के तीन यूनियन एआईबीईए, एआईबीओए व बीईएफआई के बैनर तले बैंक के कर्मचारियों सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल की शुरुआत की गई। राष्ट्र व्यापारी इस स्ट्राइक की शुरुआत ऑफिस टाइम सुबह दस बजे से शुरू हुई। इसी राष्ट्र व्यापारी प्रदर्शन व हड़ताल का नेतृत्व यूपीबीईयू के जिलाध्यक्ष मदन उपाध्याय ने किया। बताया कि मनीष श्रीवास्तव की अगुवाई में पंजाब एण्ड सिंध बैंक स्टॉफ एसोसिएशन द्वारा प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से संजय सिंह, भोला, संदीप कुमार, कुनिका कुमार आदि रहे। इसी तरह मयंक मिश्र की अगुवाई में केनरा बैंक इम्प्लाइज यूनियन इंडियन बैंक की मुख्य शाखा में हड़ताल हुआ। राहुल खरे के नेतृत्व में केनरा बैंक वर्कमैन इम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन हुआ। बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन के कुलदीप राज, इसी तरह स्टेट सेक्रेटरी डीबी सिंह की अगुवाई में इलाहाबाद बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन के बैनर तले विरोध का बिगुल फूका गया। बीईएफआई के बैनर तले आरके सिंह, विमल चौधरी, अखिले श्रीवास्तव, आयुष जौहरी, आरएन श्रीवास्तव व इलाहाबाद बैंक रिटायरीज एसोसिएशन के श्याम लाल शर्मा, आदित्य कुमार, चंद्रशेखर श्रीवास्तव, एएन शुक्ला आदि ने प्रदर्शन किया।
डाक घरों में भी ठप रहा कामकाज
इसी तरह कंफडेरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट इम्प्लाइज एण्ड वर्कर्स एवं पोस्टल जेसीए के आह्वान पर अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ एवं राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल की गई। जिले के सभी डाक घरों को बंद करके कर्मचारी अपनी मांग को अनुरूप हड़ताल पर रहे। सिविल लाइंस डाक घर के गेट को बंद करके कर्मचारी धरने पर बैठे रहे। इस बीच कर्मचारियों द्वारा मांगों को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया गया। इस मौके पर दोनों फेडरेशन के ज्वाइंट मीटिंग की अध्यक्षता राजमणि तिवारी, एवं राजदेव, आशीष चटर्जी, राजेश सिंह, प्रमोद राय, पीएस दुबे, राजेश वर्मा, सुनील तिवारी, हर्षवर्धन प्रजापति, विभु कुमार, राजेश मिश्र, सूर्यनन्दन परवेज आलम, तुफैल खान, सालवंत अब्बास, जीपी माझी आदि उपस्थित रहे।
डाक विभाग की प्रमुख मांग
नए पेंशन स्कीम (एनपीएस) को रद्द कर सभी के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाय।
प्राइवेटाइजेशन, फ्रेंचाइजी आउटलेट एवं डाक मित्र स्कीम को रद्द किया जाय व आउटसोर्स पोस्टल एजेंट की भर्ती बंद करें
जीडीएस कर्मचारियों को सिविल सरर्वेंट का दर्जा दिया जाय व मेंबरसिप वेरिफिकेशन कराया जाय
असंभव टार्गेट 100 प्रतिशत डिलेवरी के नाम पर कर्मचारियों का शोषण व उत्पीडऩ बंद किया जाय
बंद हुए आरएमएस के सभी सेक्शन को फिर से चालू किया जाय व आरटीएन बंद किया जाय
पीएसीओ/पीएएसबीसीओ कैडर को पीए कैडर के साथ मर्ज करने का प्रस्ताव वापस लिया जाय
पोस्टल एकाउंट एवं डीपीएलआई का विकेंद्रीकरण करना बंद करें व पार्ट टाइम कर्मचारियों को नियमित करें
बैंक कर्मचारियों की प्रमुख मांग
सरकारी बैंक को मजबूत बनाएं, बैंक का निजी करण रोका जाय, खराब ऋण की वसूली की जाय
बैंक डिपॉजिट पर व्याज दर बढ़ाई जाय
कस्टमर से हाई रेट सर्विस चार्ज नहीं लिया जाय, पुरानी पेंशन बहाल किया जाय
आउट सोर्सिंग बंद कर नई भर्ती की जाय ठेका इंप्लाई को पेय रोल पर लिया जाय
इस तरह की कई मांग स्ट्राइक पर रहे बैंक कर्मचारियों द्वारा सरकार से की गई,