स्ट्रीट डॉग का ट्रेरर, निशाने पर इंसान
प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर के बेली और काल्विन अस्पताल में रोजाना लगभग ढाई सौ मरीजों को रैबीज का इंजेक्शन लगाया जाता है। इनमें बच्चों की संख्या अधिक होती है। इसके अलावा तीस से चालीस फीसदी मरीज नए होते हैं। यानी एक दिन में 75 से 100 लोगों को स्ट्रीट डॉग अपना शिकार बना रहे हैं। डॉग बाइट के एक मरीज को रैबीज इंजेक्शन की चार डोज दी जाती है। यह डोज जीरो, 3, 14 और 28वें दिन दी जाती है। डॉक्टर्स का कहना है कि अक्सर रैबीज की वजह से कई मरीजों की जान चली जाती है। जो लोग एंटी रैबीज वैक्सीन नही लगवाते उनको भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डॉग बाइट के बाद बिना देरी किए डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। जरूरी हो तो वैक्सीन जरूर लगवाएं। सरकारी अस्पतालों मं निशुल्क रैबीज का इंजेक्शन लगाया जाता है। मार्केट में यह महंगा मिलता है।
इस सीजन में क्यों खतरनाक हैं डॉग
एक्सपट्र्स का कहना है कि ठंड में डॉग्स का ब्रीडिंग सीजन होता है। इस दौरान वह काफी सेंसेटिव होते हैं। अगर उन्हें जरा भी परेशान किया गया या कभी कभी बिना कारण भी वह आक्रमण कर देते हैं। चूंकि बच्चे अक्सर स्ट्रीट डाग के करीब चले जाते हैं इसलिए वह डॉग बाइट का शिकार होते हैं। देर रात वाहनों के गुजरने पर स्ट्रीट डॉग उन्हें दौड़ाते हैं जिससे अक्सर हादसे हो जाते हैं। कुत्तों की नसबंदी को लेकर नगर निगम अभी तक कोई उचित कदम नही उठा सका है। दो साल से नसबंदी केंद्र बन रहा है लेकिन पूरा नही हो सका। चार माह पहले नसबंदी करने वाले एजेंसी का चयन हो गया लेकिन यह काम शुरू नही कर सकी है। जब तक आवारा कुत्तों की नसबंदी नही होगी तब तक डॉग बाइट से छुटकारा नही मिल सकेगा।
एग्जाम्पल वन- राजरूपपुर में रहने वाले 8 साल के अंकित को चार दिन पहले एक स्ट्रीट डॉग ने बुरी तरह से घायल कर दिया। बच्चे की गलती केवल इतनी थी कि वह बगल से गुजर रहा था। ऐसे में वहां बैठे डॉग ने उस पर झपट कर पैर और कमर में बुरी नोच डाला। परिजन आनन फानन में बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे।
एग्जाम्पल नंबर दो- धूमनगंज के रहने वाले पांच साल के पीयूष को भी कुत्ते ने बुरी तरह काट लिया। परिजनों ने बताया कि बच्चा कुत्ते के बगल में खेल रहा था। अचानक डॉगी ने उस पर हमला कर हाथ मेें काट लिया। इस घटना से बच्चा बुरी तरह से सहम गया।
एग्जाम्पल तीन- साउथ मलाका के रहने वाले किशोर कुमार रात दस बजे दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। तभी मोहल्ले के एक कुत्ते ने उन्हे दौड़ा लिया। जिससे वह बाइक लेकर गिर पड़े और उन्हें काफी चोटें आईं। इस दौरान कुत्ते ने उनके पैर में भी काट लिया।
एग्जाम्पल चार- सोमवार को रानीमंडी की रहने वाली आठ साल की बच्ची जेहरा बतूल पर स्ट्रीट डाग ने हमला कर लिया। इस हमले में बच्ची के हाथ और पांव में गहरे जख्म आ गए। आसपास मौजूद लोग उसे काल्विन अस्पताल ले गए। जहा डॉक्टरों ने उसका इलाज कर रैबीज का इंजेक्शन लगाया।
डॉ। एमके अखौरी, अधीक्षक बेली अस्पताल अस्पताल में रोजाना सौ से डेढ़ सौ लोगों को रैबीज के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। इनमें चालीस फीसदी नए मरीज होते हैं। मेरी अपील है कि डॉग बाइट पर इंजेक्शन जरूर लगवाएं क्योंकि ऐसा नही करने पर जान से हाथ धोना पड़ सकता है।
डॉ। इंदू कनौजिया, एसआईसी, काल्विन अस्पताल