दस जून को उपद्रवियों द्वारा किए गए पथराव से पट गई थी मुख्य सड़क व गलियांज्यादातर ईंट को तोड़कर उपद्रवियों द्वारा चलाए गए थे उसके टुकड़े कम हैं गिट्टियां शहर के अटाला में दस जून को बवाल करने वाले वालों के जरिए फेके गए ईंट पत्थरों की सफाई का काम शुरू हो गया है. मुख्य रोड से लेकर हर एक गली में मंगलवार को सफाई कर्मचारी फेके गए ईंट व पत्थरों को उठाते हुए दिखाई दिए. वहीं कर्मचारी टेलीफोन और कैमरों के टूटे हुए तार को भी जोडऩे में जुटे रहे. अटाला से लेकर करेली एरिया तक प्रशासन धीरे-धीरे माहौल को नार्मल करना शुरू कर दिया है. उठाए गए पत्थर कितने कुंतल हैं फिलहाल यह बात देर शाम तक क्लियर नहीं हो सकी. इतना जरूर क्लियर है कि बवाल करने वाले उपद्रवी ज्यादा तक ईंट के तोड़ कर उसी के टुकड़े फेके हैं.


प्रयागराज (ब्यूरो)। दस जून को जुमे की नमाज थी। अटाला व करेली एरिया में कुछ बवाल होने का अंदेशा पुलिस प्रशासन को पहले से ही था। शायद यही वजह थी कि ज्यादातर फोर्स का मूवमेंट इसी दो क्षेत्रों में रहा। दोपहर करीब दो बजे नमाज बाद अंदेशा सच में तब्दील हो गया। अचानक बात बिगड़ी और हजारों की संख्या में उपद्रवियों का ग्रुप अटाला की अलग- अलग गलियों में पहुंच गया। उपद्रवी बवाल के लिए घेरा बंदी कर रहे थे और पुलिस सभी को शांती से घर जाने के लिए अनाउंस कर रही थी। अचानक एक गली से पुलिस टीम के ऊपर पथराव शुरू हो गया। पुलिस के जवान संभल पाते इसके पहले ताबड़तोड़ कई गलियों से पुलिस पर पत्थर बरसने लगे। देखते ही देखते स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई। एडीजी से लेकर डीएम एसएसपी तक माहौल को देखते हुए वहां से निकल लिए। मण्डलायुक्त व एसपी सिटी और क्राइम मुस्तैदी से मोर्चा संभाले रहे। करी तीन से चार घंटे तक चले इस बवाल में उपद्रवियों के द्वारा चलाए गए पत्थरों से मुख्य सड़क व गलियां पट सी गईं। पत्थरबाजी कर रहे उद्दंड युवकों द्वारा पथराव के साथ ही पुलिस व पब्लिक की गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की गई। कुछ गाडिय़ों को पुलिस की मौजूदगी में उपद्रवी आग के हवाले कर दिए। स्थिति थोड़ी नार्मल हुई तो उन पत्थरों को गलियों व सड़क से उठाने का काम शुरू हुआ। नगर निगम के सफाई कर्मियों द्वारा सभी पत्थरों को हटाया गया। मुख्य सड़कों से बिछे ईंट पत्थर पूरी तरह हटाए जा चुके हैं। गलियों फेके गए पत्थरों को हटाने का काम शाम तक चलता रहा। पत्थरों को हटाने में जुटे सफाईकर्मियों ने बताया कि पत्थरबाज ज्यादातर ईंट तोड़कर उसके टुकड़े से पथराव किए हैं। क्योंकि उठाए गए पत्थरों में ज्यादातर ईंट के टुकड़े ही हैं।

Posted By: Inextlive