अवैध खनन रोकने गई पुलिस टीम पर पथराव
नैनी क्षेत्र के मोहब्बतगंज ठाकुरी का पुरवा का मामला, पुलिस ने भांजी लाठी,
जेसीबी के टूटे शीशे, छह लोग हिरासत में लिए गए PRAYAGRAJ: यमुना नदी से रोक के बावजूद निकाली जा रही बालू गुरुवार को बवाल का कारण बन गई। अवैध खनन रोकने पहुंची पुलिस पर वहां मजदूरों ने पथराव कर दिया। पत्थर लगने से जेसीबी के शीशे टूट गए। कई जवानों को भी पत्थर जा लगे। जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई और मजदूर भाग खड़े हुए। करीब आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।नैनी क्षेत्र के मोहब्बतगंज ठाकुरी का पुरवा गांव के कछार में बालू खनन किया जा रहा था। इसकी जानकारी आला अफसरों तक पहुंची तो वे सक्रिय हो गए। कार्रवाई के लिए पीएसी और कई थानों की फोर्स पहुंच गई। आला अधिकारियों के समझाने के बावजूद नहीं मानने पर वहां मौजूद माफियाओं के गुर्गो पर लाठीचार्ज किया गया। कार्रवाई से नाराज मजदूरों ने भी पलटवार किया और पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान निकाल कर बाहर रखी गई बालू को पुलिस नदी में फिर डलवा रही थी। इस बीस कुछ जवान वहां पड़ी नाव को तोड़ने लगे। क्योंकि बालू माफियाओं के इशारे से मजदूर इसी नाव से बालू निकालते थे।
नदी से बालू निकालकर करते हैं जीवकोपार्जन मोहब्बतगंज ठाकुरी का पुरवा गांव के कछार में यमुना नदी का बड़ा पाट है। गांव के ज्यादातर लोग नदी से बालू निकालकर जीवकोपार्जन करते हैं। नदी से बालू खनन पर सख्त पाबंदी है। बावजूद इसके कुछ माफियाओं के इशारे पर मजदूर नदी से बालू निकाल रहे थे। अवैध रूप से किए गए खनन द्वारा लाखों की बालू बाहर डंप की गई थी। चोरी छिपे इस बालू को बेचकर माफिया मुनाफा कमाते हैं। अधिकारियों को इस बात की भनक लग गई और कार्रवाई का प्लान तैयार किया।टीम गुरुवार को कार्रवाई के लिए उक्त गांव के यमुना कछार जा पहुंची। साथ रही दो जेसीबी अफसरों के इशारे पर बाहर डंप की गई बालू फिर नदी में फेकना शुरू कर दी। चोरी छिपे निकाली गई बालू को नदी में जाते देख खनन माफिया परेशान हो गए। वे खुद तो शांत रहे लेकिन मजदूरों को उकसा दिया। उनके उकसाने पर दर्जनों की संख्या में मजदूर पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिए। पथराव से जेसीबी के शीशे टूट गए। पुलिस की टुकड़ी पीछे की तरफ भागने लगी। सूचना पर फोर्स के साथ अफसर पहुंचे तो जवान लाठी चार्ज कर दिए। भारी संख्या में पहुंची फोर्स के लाठी चार्ज करते ही मजदूर भागने लगे। चंद युवा मजदूर ऐसे रहे जो लाठी से बचते हुए पुलिस पर हमले की कोशिश करते रहे। हालांकि किसी तरह मामला शांत हुआ। इसके बाद करीब आधा दर्जन मजदूरों को हिरासत में लेकर पुलिस थाने पहुंची। देर शाम तक प्रकरण में मुकदमा नहीं लिखा जा सका था।
क्यों नदी में डलवाई जा रही थी बालू कार्रवाई के लिए टीम घाट पर पहुंची तो दर्जनों बालू से भरी नावें खड़ी कर मजदूर भाग खड़े हुए निकाल कर बाहर रखी गई बालू को नदी में पुलिस द्वारा फेकने के पीछे एक बड़ी वजह बताई जा रही है शायद यदि बालू को सीज किया जाता तो उसे नीलाम करना पड़ता, नीलामी बालू माफिया ही लेते और उसे बेचते इस तरह से बालू माफियाओं के लिए अवैध खनन के बाद कार्रवाई में नीलामी लेकर बेचने का रास्ता खुल जाता यदि ऐसा होता तो बालू का अवैध खनन और तेज शुरू हो जाता, जिसे रोक पाने में लोहे के चने चबाने पड़ते साहब को फोर्स पर आया गुस्सामजदूरों से पुलिस का जब संघर्ष हो रहा था तो कई थानों की पहुंची फोर्स में महिला सिपाही भी थीं। मजदूरों के घरों की महिलाएं आगे आकर जवानों को रोक रही थीं और पुरुष मजदूर पुलिस पर ईट पत्थर चला रहे थे। इस बीच महिलाओं को कंट्रोल करने के लिए वहां साहब को महिला सिपाही नजर नहीं आई। यह देख एसपी यमुनापार का पारा चढ़ गया। ज्यादातर महिला सिपाही गाड़ी से उतरना भी मुनासिब नहीं समझीं। तीन से चार दिलेर महिला सिपाही दर्जन भर से अधिक महिला मजदूरों का मोर्चा संभाले हुए थीं। इन सिपाहियों की एसपी ने तारीफ की।
चकरा कर गिरी महिला सिपाही एसपी की नाराजगी के बाद वायरलेस पर मैसेज पास हुआ तो गाड़ी से उतर कर महिलाएं कछार तक पहुंची। एसपी उन्हें कार्रवाई के लिए समझा रहे थे। इस बीच अचानक आरती कनौजिया नाम की महिला कांस्टेबल गश खाकर गिर पड़ी। फौरन निर्देश मिलते ही कुछ महिला सिपाही उसे लेकर गाड़ी में चली गई। 'अरारराभाग भाई भाग' फोर्स के साथ कार्रवाई में जेसीबी लेकर पहुंचे चालकों को इस नौबत का अंदाजा भी नहीं रहा होगा। प्रत्यक्षदर्शी कहते हैं कि शायद यही कारण था कि जब पथराव शुरू हुआ और जेसीबी के शीशे टूटे तो चालकों का कलेजा कांच गया। चालकों के मुंह से निकला 'अरारराभाग भाई भाग' और सभी जेसीबी छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।यमुना में अवैध खनन नाव के जरिए किया जा रहा था। कार्रवाई के लिए टीम पहुंची तो मजदूरों व गांव के लोग पथराव शुरू कर दिए। मजदूरों को खनन माफियाओं द्वारा उकसाया गया था। समझाने के बावजूद नहीं माने तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। चिन्हित कर लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार