स्टेरायड खाने वाले रहें ब्लैक फंगस से सावधान
ब्लैक फंगल इंफेक्शन को लेकर परेशान हुए पोस्ट कोविड पेशेंट
कोरोना से ठीक हुए गंभीर मरीज अब ब्लैक फंगल इंफेक्शन को लेकर परेशान हो रहे हैं। उन्हे डर है कि वह कहीं इसकी चपेट में न आ जाएं। इसके लिए वह लगातार डॉक्टर्स से परामर्श कर रहे हैं। उधर,डॉक्टर्स का कहना है कि रोग से अधिक उसके माहौल से लोग पैनिक हो रहे हैं। जबकि सभी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिन लोगों को संक्रमण के दौरान स्टेरायड दिया गया है और वह शुगर के मरीज हैं उनको होशियार रहने की जरूरत है। हालांकि इससे भी बचाव संभव है। बशर्तें शुरुआत में ही जागरुक हो जाया जाए। नार्मल संक्रमण में भी परेशानजब से ब्लैक फंगल इंफेक्शन का मामला सामने आया है कि अचानक एमडीआई अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। जिनकी आंखों में नार्मल संक्रमण भी है वह भी डॉक्टर से मशविरा ले रहे हैं। साथ ही वह मरीज जो हाल ही में कोरोना से ठीक हुए हैं वह भी ओपीडी सहित फोन पर डॉक्टर्स से पूछ रहे हैं कि कैसे इस संक्रमण से बचा जा सकता है। बता दें कि इस समय एमडीआई अस्पताल में इस बीमारी के तीन मरीज भर्ती हैं।
इनको देना होगा ध्यानब्लैक फंगल से सभी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। खासकर वह मरीज जिनको शुगर लेवल हाई रहा और इस दौरान उनको कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्टेरायड का सहारा लेना पड़ा। उन्हें थोड़ा एलर्ट रहना होगा। क्योंकि स्टेरायड लेने से शरीर की इमुयुनिटी अचानक कम हो जाती है और इस दौरान पफंगल इंपफेक्शन बाडी में अपनी जगह बना लेता है। इसलिए इस बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों पर नजर रखने की जरूरत है।
हमेशा पहने मास्क डॉक्टर्स का कहना है कि इस बीमारी से बचाव के लिए कोरोना मुक्त होने के बाद भी हमेशा मास्क पहनना जरूरी है। क्योंकि यह फंगस सांस के जरिए लंग्स और फिर वहां से ब्लड के रास्ते सीधे ब्रेन में पहुंच जाता है। इसके बाद इसके लक्षण दिखने लगते हैं। इससे बचना है तो मास्क का बराबर यूज करें और हाथों को सैनेटाइज करते रहें। लोग ज्यादा पैनिक हो रहे हैं। उनको बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। बस लक्षण आते ही सीधे किसी डॉक्टर से संपर्क करें। एंटी पफंगल दवाओं से यह संक्रमण ठीक हो जाता है। डॉ.आनंद सिंह, वरिष्ठ परामर्शदाता बेली अस्पताल