शहर कोतवाली थाने में तैनात दो सिपाही घूरपुर में पकड़े गये थाने के लॉकअॅप में बीती रातआम्र्स एक्ट में किया गया चालान दोनों फिलहाल हैं ट्रेनी सिपाही नई-नई नौकरी मिली थी. वह भी पुलिस विभाग में. इसके साथ नशे का शौक भी पनप गया था. एक और शौक पाल लिया था अवैध असलहा खोंसकर चलने का. वह भी प्राइवेट आदमी के साथ प्राइवेट गाड़ी में. दो पुलिसवालों को ऐसा करना बेहद भारी पड़ गया है. संयोग से इसकी सूचना एसएसपी तक पहुंच गयी. उनके निर्देश पर ट्रेनी आईपीएस चिराग जैन ने घेराबंदी की तो दोनों के कदम नशे में लड़खड़ा रहे थे. तलाशी में अवैध असलहा मिला तो पारा चढ़ गया. वर्दीवाले सॉरी बोलते रह गये लेकिन कप्तान ने कोई दरियादिली नहीं दिखायी. रात भर दोनों को थाने में लॉकअप में रखा और सुबह होते ही आम्र्स एक्ट में चालान कर दिया गया. दोनों को सस्पेंड भी कर दिया गया है. यह पता चलना बाकी है कि उनके पास अवैध असलहा आया कहां से.

प्रयागराज (ब्यूरो)। यह मामला बुधवार की रात घूरपुर एरिया में सामने आया। दोनो सिपाहियों की तैनाती कोतवाली थाने में बतायी गयी है। इनका नाम कुशल द्विवेदी और मोहम्मद आरिफ़ सिद्दीक़ी बताया गया है। एसएसपी तक रात में एक सूचना पहुंची। इसमें बताया गया कि दोनो सिपाही नशे में धुत हैं और असलहा लहरा रहे हैं। वह एक कार में हैं और वह विभाग की नहीं है। इस सूचना को एसएसपी अजय कुमार ने सीरियसली लिया और ट्रेनी आईपीएस (वर्तमान में एसओ घूरपुर) चिराग जैन को टॉस्क पर लगा दिया। चिराग जैन ने टीम के साथ घेराबंदी की तो दोनो पकड़ में आ गये। तलाशी में उनके पास से एक पिस्टल मिली। प्रथम दृष्टया जांच में पता चला कि वह अवैध है। दोनों ने पूछा गया कि अवैध असलहा मिला कहां से? लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। इसके बाद दोनों को घूरपुर थाने के लॉकअॅप में डाल दिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर कप्तान भी थाना पहुंच गये। उनके मुताबिक, कुशल द्विवेदी बांदा और मोहम्मद आरिफ सिद्दीक़ी फतेहपुर का रहने वाला है। कुशल द्विवेदी 2007 और मोहम्मद आरिफ सिद्दीकी 2001 बैच का है। आरिफ की नियुक्ति मृतक आश्रित कोटे में बतायी गयी है।
पिस्टल कहां से आई, हो रही जांच
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि दोनों सिपाही के पास पिस्टल कहां से आया है? इसका यथोचित जवाब नहीं मिला। पूछताछ में वे गोल-मोल जवाब ही देते रहे। सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद 0.32 बोर का देशी पिस्टल कहां से और क्यों लेकर आए थे। इस संबंध में जानकारी जुटायी जा रही है।


आपराधिक प्रवृत्ति या अपराधियों से साठ-गांठ रखने वाले पुलिसकर्मी हों या महिलाओं, नाबालिक बच्चियों तथा बच्चों से संबंधित मामलों में जान-बूझकर लापरवाही वाला रवैया अख्तियार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हर किसी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई इसकी बानगी है।
अजय कुमार, एसएसपी, प्रयागराज


महिला संबंधित मामले में लापरवाही पर दरोगा सस्पेंड
महिलाओं, नाबालिग बच्चियों और बच्चों से संबंधित मामलों में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई तेज हो गई है। एसएसपी अजय कुमार ने गुरुवार को महिला संबंधित मामले में लापरवाही करने वाले कोरांव थाने के दरोगा संतोष कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की भी तैयारी है। बताया गया है कि महिलाओं के केस में ढुलमुल रवैया अपनाने की शिकायत मिली थी। इसकी जांच बैठायी गयी थी। एसआई संतोष कुमार के अलावा कोरावं के एसओ और महिला प्रकोष्ठ के अफसर जांच के दायरे में थे। प्रथम दृष्टया संतोष कुमार पर आरोप पुष्ट मिला है। बाकी दोनों की भूमिका पर डिटेल रिपोर्ट मांगी गयी है।

Posted By: Inextlive