एसआरएन अस्पताल के हड्डी वार्ड के मरीजों को जल्द ही दो नई माड्यूलर ओटी की सौगात मिलने जा रही है. यह दोनों बनकर तैयार हैं और उदघाटन की राह देख रही हैं. करोड़ों की लागत से बने इन आपरेशन थिएटर में पहले अधिक सेफ्टी के साथ सर्जरी हो सकेंगी. जिसका सीधा लाभ मरीजों को होगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। जबकि शहर के लगभग सभी निजी अस्पतालों में माड्यूलर ओटी तैयार हो चुकी हैं, ऐसे में मेडिकल कॉलेज से संबद्ध एसआरएन अस्पताल में भी इस सुविधा की लंबे समय से मांग चल रही थी। गवर्नमेंट ने मेडिकल कॉलेज की ओर से पूर्व में भेजे गए प्रपोजल को मंजूर कर लिया था। इसके बाद करोड़ों की लागत से आर्थोपेडिक विभाग में दो माड्यूलर ओटी तैयार कराई गई हैं।

दस नई ओटी की उपलब्धि
एसआरएन अस्पताल के लिए मौजूदा समय उपलब्धियों भरा रहा है। अस्पताल को कुल दस माड्यूलर ओटी की दरकार थी और इसमें से आठ पहले ही मिल चुकी हैं। इनमें से दो गायनी विभाग, चार सर्जरी विभाग और दो ईएनटी विभाग को मिली है। बाकी बची दो आर्थो विभाग के खाते में गई है। इनका उदघाटन भी जल्द होने जा रहा है।

क्या हैं माड्यूलर ओटी के फायदे
माड्यूलर ओटी चारों ओर से सील पैक होती है जिससे इंफेक्शन के चांसेज काफी कम हो जाते हैं।
ओटी की फर्श और दीवार दोनो में एंटी बैक्टीरियल कोटिंग की जाती है।
ओटी में लगाई गई लाइट में कैमरा फिट होता है, जिससे पूरे प्रासेस की रिकार्डिंग होती है।
ओटी के अंदर हवा रुकती नहीं है, जिससे इंफेक्शन के चांसेज कम हो जाते हैं।
इन ओटी में हेपा फिल्टर लगा होता है, जो बैक्टीरिया और वायरस को फिल्टर कर देता है।
ओटी का प्रोटोकाल होता है। आर्द्रता कंट्रोल रहती है।
ऐसा इसलिए की नमी का स्तर मापदंड से कम ज्यादा होने पर बैक्टीरिया पनपने का डर रहता है।
मॉड्यूलर ओटी में सारे उपकरण डिजिटल और हाईटेक होते हैं।
नाइट्रोजन, आक्सीजन व अन्य गैसेज के लिए एक ही प्लेटफार्म होता है।
तापमान नियंत्रित करने की भी व्यवस्था होती है।

डिप्टी सीएम कर सकते हैं उदघाटन
माना जा रहा है कि दोनो ओटी का उदघाटन जल्द ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कर सकते हैं। वह चिकित्सा शिक्षा मंत्री भी हैं। सोर्सेज बाते हैं कि इसकी तैयारी भी हो चुकी है। डिप्टी सीएम प्रयागराज में 10 से 12 जून के बीच तीन दिनी प्रवास पर आ रहे हैं। इसी बीच उनसे उदघाटन करवाया जा सकता है।

दोनो ओटी का काम लगभग पूरा है। सामान शिफ्टिंग चल रही है। इसी महीने इनको शुरू कर दिया जाएगा। इससे मरीजों को अधिक लाभ मिलेगा। सर्जरी पहले से अधिक सेफ हो जाएगी।
प्रो। एसपी सिंह। प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive