1050 रुपए प्रति यूनिट मिलेगा ब्लड सरकारी अस्पताल के मरीजों को मिलेगा निशुल्क बी और ओ पाजिटिव ग्रुप के ब्लड की उपलब्धता के चलते एसआरएन अस्पताल ब्लड बैंक मरीजों को बिना डोनर ब्लड उपलब्ध कराएगा. एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह सुविधा कुछ दिनों के लिए है. जब स्टाक सामान्य हो जाएगा तो पुराना सिस्टम लागू कर दिया जाएगा.सरकारी और निजी के लिए अलग नियम


प्रयागराज ब्यूरो । सरकारी अस्पतालों के मरीजों को ब्लड बिना डोनर और बिना किसी शुल्क के दिया जाएगा। जबकि निजी अस्पतालों में भर्ती मरीज को सरकार द्वारा निर्धारित 1050 रुपए प्रति यूनिट लेकर खून उपलब्ध कराया जाएगा। उनसे भी बदले में डोनेशन नही कराया जाएगा। यह सुविधा कुछ दिनों में स्टाक की उपलब्धता के आधार पर होगी। इसके लिए मरीजों को अपने अस्पताल के पैड या नाको द्वारा निर्धारित प्रपत्र पर खून की मांग के लिए लिखवाना होगा। हालांकि बी निगेटिव, ए ग्रुप, एबी ग्रुप और ओ निगेटिव ब्लड लेने के लिए डोनर को लेकर जाना होगा। मेडिकल कॉलेज के इस निर्णय से मरीजों को काफी राहत मिलेगी।सभी जगह उपलब्ध है स्टाक


डेंगू के सीजन में प्लेटलेट के लिए लोगों ने जमकर डोनेशन किया। इस दौरान प्लेटलेट की अधिक डिमांड थी और पीआरबीसी ब्लड बैंकों में अधिक मात्रा में स्टोर हो गया है। हालांकि यह नेक पहल केवल मेडिकल कॉलेज ने की है। बाकी ब्लड बैंकों में अधिक स्टाक होने के बावजूद उन्होंने निशुल्क खून उपलब्ध कराने के बारे में फैसला नही लिया है। कहां है कितना ब्लड स्टोर (यूनिट में)एसआरएन अस्पताल- 1054एएमए- 1828नर्सिंग होम एसोसिएशन ब्लड बैंक- 1187काल्विन- 886पीसीबीबी- 1432बेली अस्पताल- 804यूनाइटेड मेडिसिटी- 496

(27 नवंबर को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार)कैसे स्टोर हो गया पीआरबीसीबता दें कि डोनर की बॉडी से निश्चित मात्रा में ब्लड निकाला जाता है। इसमें पीआरबीसी, प्लेटलेट और प्लाज्मा शामिल रहता है। डेंगू सीजन में इसमें से प्लेटलेट तो जरूरतमंदों को दे दिया गया लेकिन पीआबीसी और प्लाज्मा बची रह गई। आमतौर पर मरीजों की बॉडी में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाने पर डॉक्टर पीआरबीसी चढ़ाने जाने की सलाह देते हैं। यह रेड ब्लड कैप्सूल होते हैं और ये खून का रंग लाल बनाते हैं।हमारे पास बी और ओ पाजिटिव ब्लड का स्टॉक मौजूद है। इसलिए यह फैसला लिया गय ाहै कि मरीजों को बिना डोनर कुछ दिनों तक ब्लड उपलब्ध कराया जाए। इससे मरीजों और परिजनों को काफी राहत मिलेगी।डॉ। वत्सला मिश्रा, एचओडी, पैथोलाजी विभाग एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराजऐसा बहुत कम होता है जब बिना डोनर पब्लिक को ब्लड उपलब्ध कराया जाता हो। अभी यह सुविधा दी जा रही है। हालांकि असहाय और लावारिस मरीजों को बिना डोनर ब्लड दिया जाता है।प्रो। एसपी सिंह, प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज

Posted By: Inextlive