शहर के सात वीआईपी एरिया में मौजूद इस व्यवस्था को नहीं जानते लोगमहाकुंभ हो या आम दिन आने वाले परिचित या टूरिस्ट को यहां रोक सकते हैं आप

प्रयागराज ब्यूरो । यदि आप के परिचित शहर आ रहे हैं तो उन्हें रात रुकने के लिए 'फ्रीÓ में लग्जरी व्यवस्था उपलब्ध है। यह बात यदि आप को नहीं मालूम आज तक इस पूरी खबर को ध्यान से पढि़ए। यह जानकारी आने वाले महाकुंभ के वक्त अपनों के काम आने वाली है। बहुत कम लोगों को मालूम है कि शहर के सात वीआईपी एरिया में आश्रय गृह की बिल्डिंग है। इस बिल्डिंग में रहने के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता। इसकी देख-भाल और सुविधा प्रदान करने की जिम्मेदारी नगरीय विकास अभिकरण यानी डूडा के पास है। विभाग द्वारा यहां रुकने वालों को होटल तो नहीं, पर उससे मिलती जुलती शानदार व्यवस्था दी जाती है। खास बात यह है कि यह सुविधा वर्ष के हर महीने कोई भी यात्री उठा सकता है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए खबर को अपनों से साझा जरूर करिए।

जानकारी के अभाव में भटकते हैं लोग
दरअसल इस शहर में हाईकोर्ट और यूनिवर्सिटी से लेकर तमाम प्रदेश स्तरीय विभाग हैं। इन विभागों में काम के सिलसिले में प्रदेश भर से लोगों का आगमन होता है। ऊपर से प्रति वर्ष यहां माघ मेला तो लगता ही है, समय-समय में अद्र्धकुंभ व महाकुंभ का भी आयोजन होता है। इसलिए यहां हमेशा गैर प्रदेश व देश से पर्यटकों व लोगों का आवागमन बना रहता है। ऐसे यात्रियों को ध्यान में रखते हुए सरकार के निर्देश पर प्रशासन द्वारा आलीशान बिल्डिंग में स्थाई आश्रय गृह बनाए गए हैं। जहां पर मुफ्त में लोग शानदार सुविधाओं का लाभ उठाते हुए रातें बिता सकते हैं। वोट क्लब के पास बने आश्रय गृह में रुकने वाले यात्री महाकुंभ में सीधे वोट पकड़कर जल मार्ग से जाकर संगम स्नान कर सकते हैं। महाकुंभ को देखते हुए इस आश्रय गृह की बिल्डिंग में सुविधाओं को और भी बढ़ाए जाने की प्लानिंग है।


जानिए कहां है आश्रय गृह (रैन बसेरा)
स्थान बेड क्षमता
बाघम्बरी गद्दी के पास 117
अल्लापुर हैजा अस्पताल के पास 80
अल्लापुर हैजा अस्पताल के पास 50
त्रिवेणी दर्शन वोटिंग क्लब के पास 40
लीडर रोड स्टेशन के सामने 35
नुरुल्ला रोड 50
मुण्डेरा मण्डी के पास 30
कुल मिला कर है क्षमता है 402


शानदार बिल्डिंग में मिलेगी यह सुविधा
इस आलीशान बिल्डिंग में रहने में रुकने वालों को नीट एण्ड क्लीन एक बेड दिया जाएगा।
ठंड के सीजन में ओढऩे के लिए स्वच्छ गर्म कंबल भी यहां उपलब्ध कराए जाएंगे, रूट हीटर की भी व्यवस्था है।
गर्मी में यहां हॉल या रूम के अंदर एसी या कूलर और पंखे के भी इंतजाम हमेशा रहते हैं।
यदि रुकने वाला शख्स खुद खाना बनाना चाहता है तो वह किचन का मौजूद लक्जरी किचन यूज कर सकता है
ठंडी में गर्म पानी से नहाने के लिए बाथरूम में गीजर भी लगाए गए हैं, पीने के लिए भी नल से गर्म पानी मिलेगा।
गर्मी के दिनों में गीजर बंद कर दिए जाते हैं और नहाने के लिए ठंडा पानी मिलता है, पीने के लिए वाटर कूलर के इंतजार किए गए हैं।
पानी गुटखा जैसी चीजों के सेवन पर अंदर पाबंदी है, गंदगी फैलाने पर जुर्माना वसूल किया जाता है।
इस बिल्डिंग के अंदर नानवेज यानी मुर्गा या शराब का सेवन करने पर पाबंदी है। यहां न खा सकते हैं न ही बना सकते हैं।
अधिकतर तीन दिनों तक एक व्यक्ति यहां शेष अन्य दी जाने वाले सुविधाओं का लाभ उठा सकता है।


महिलाओं के लिए है अलग व्यवस्था
इस बिल्डिंग में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंतजाम किए गए हैं। बताते हैं कि महिला और पुरुष यात्रियों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। जिस हॉल में पुरुषों को रोका जाता है उसमें महिलाएं नहीं रह सकती हैं और जहां महिलाएं हैं वहां पर पुरुषों को रहना तो दूर, उधर पुरुषों को जाने की भी इजाजत नहीं दी जाती। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग बाथरूम और टॉयलेट की भी यहां पर व्यवस्था है।


05
नियमों के पालन से ही मिलती है इस आश्रय गृह में रहने की जगह
01
रुकने वाले शख्स को सर्व प्रथम अपनी फोटो युक्त आईडी देनी होगी।
02
दी जाने वाली आईडी में आधार, पासपोर्ट, डीएल आदि हो सकते हैं।
03
आईडी नंबर रजिस्टर में दर्ज कराने के बाद सिग्नेचर या अंगूठा लगाना होता है।
04
रुकने वाले यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर व इमरजेंसी नंबर भी लगते हैं।
05
यदि यात्री ग्रुप में हैं तो आईडी सभी की लगेगी, आने का कारण भी देना होगा।


आश्रय गृह में कभी भी कोई भी फ्री में रह सकता है। सभी जगह बिल्डिंग में केयरटेकर के कर्मचारी लगाए गए हैं। महाकुंभ में यहां व्यवस्थाओं को और भी दुरुस्त किया जाएगा। ठंड में वाहनों के द्वारा रोड से लोगों को लाकर यहां सुलाया जाता है।
सुजीत कुमार सिंह, मिशन प्रबंधक डूडा

Posted By: Inextlive