उपभोक्ता को मीटर तेज चलने की थी शंका चेक मीटर के जरिए स्लो मीटर चलने की बात आई सामने चौक गए अधिकारी कभी-कभी ज्यादा होशियारी करना भी जी का जंजाल बन जाता है. जी हां ऐसा कुछ देखने को मीटर डिपार्टमेंट में मिला है. जहां दो व्यक्ति तेज मीटर चलने की शिकायत लेकर कुछ दिन पहले उपकेंद्र पहुंचे थे. उनकी शिकायत थी कि उनका पुराना मीटर काफी तेज चलता है. जिसके बाद अधिकारियों ने फीस जमा कर चेक मीटर लगाने का आदेश दिया. चेक मीटर के जरिए पाया गया कि दोनों के मीटर की रफ्तार काफी धीमी है. जिसके बाद अधिकारियों ने फौरन मीटर बदलने के आदेश दिया. एक मामला रामबाग तो दूसरा जार्जटाउन एरिया का है. जिले के अंदर 63 हजार से अधिक लोग ऐसे है. जिनके यहां पुराने मीटर लगे हुये है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। रामबाग क्षेत्र में रहने वाले रविशंकर ने 18 साल पहले बिजली कनेक्शन लिया था। उस दौरान बिजली विभाग द्वारा जो मीटर लगाया गया। वह काफी लंबे समय तक चला। लेकिन सन 2012 में मीटर खराब होने पर बदला गया। उस समय भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाया गया था। नार्मल मीटर बिजली विभाग की तरफ से लगाया गया था। शुरुआती कुछ साल तक रविशंकर का मानना है कि ठीक रफ्तार में चला। आसपास के लोगों के यहां लगे स्मार्ट का मीटर देखकर उनको शक होता था कि उनका मीटर काफी तेज चलता है। उन्होंने इसकी शिकायत की। फीस जमा करा मीटर डिपार्टमेंट के लोगों ने चेक मीटर लगवाया। चेक के बाद पाया गया कि मीटर की रफ्तार तेजी की वजह काफी धीमी है। अब अधिकारी पुराना मीटर बदल नया मीटर लगाने का आदेश दिया है।

पड़ोसी के चक्कर में फंस गए
जार्जटाउन एरिया के रहने वाले अक्षय कुमार रेलवे से रिटायर्ड हो चुके हैं। उनके पड़ोसी ने बताया कि पुराना मीटर काफी तेज चलता है। स्मार्ट मीटर जितना बिजली इस्तेमाल होता है। उतना ही दिखाता है। इसी आधार पर उन्होंने चेक मीटर लगवाने के लिए चेक लगवाने का निवदेन किया। चेक मीटर लगवाने के बाद चौकाने वाली बात सामने आई। चेक मीटर के जरिए उनके मीटर की रफ्तार धीमी मिली। इस बात को अक्षय को उम्मीद नहीं थी।

चेक मीटर लगवाने के बाद अगर तेज रफ्तार पाया जाता है तो उसका भी मीटर बदला जाता है। अगर किसी का बहुत धीमा मिलता है तो उसका भी बदला जाता है। इसके लिए बस फीस जमा करनी होती है।
- विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता

Posted By: Inextlive