घर के अंदर सिर पर लकड़ी के पटरे से हमला करके दिया वारदात को अंजामपरिवार में मचा कोहराम तो मौके का लाभ उठाकर भागा शातिर भेजा गया जेल

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कलयुगी बेटे ने लकड़ी के पटरे से सिर पर मारकर 65 वर्षीय पिता हंसराज सिंह को मौत के घाट उतार दिया। घर के अंदर हुई वारदात को देख परिजनों के होश उड़ गए। पति की हत्या से वृद्धा चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनकर परिवार व पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। सभी मौके पर पहुंचे खून से लथपथ हंसराज की बॉडी फर्श पर पड़ी थी। भीड़ और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर कातिल युवक मौके से भाग निकला। गुरुवार रात हुई कत्ल की खबर से पुलिस महकमा सन्नाटे में आ गया। थाना पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची। छानबीन और पूछताछ के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। पुलिस के द्वारा आरोपित को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया था। दूसरे शुक्रवार को उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद परिजन बॉडी लेकर घर चले गए। घटना शहर के अतरसुइया थाना क्षेत्र स्थित मीरापुर मोहल्ले की है।

मीरापुर की है वारदात
शहर के मीरापुर निवासी हंसराज सिंह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। तीनों भाइयों का परिवार एक ही मकान में अलग-अलग फ्लोर पर रहता है। बिजली विभाग में लाइन मैन रहे हंसराज रिटायर होने के बाद परिवार संग घर पर रहने लगे। बताते हैं कि हंसराज के परिवार में उसकी वृद्ध पत्नी फूलकली व दो बेटे धीरेंद्र कुमार और देवेंद्र कुमार एवं तीन बेटियां है। वह रिटायर होने के पहले तीनों बेटियों की शादी कर चुका है। बेटियां अपनी-अपनी ससुराल में रहती थीं। बेटों की शादी अभी बाकी थी। वह दोनों बेटों और पत्नी के साथ घर पर ही रहता था। उसके दोनों बेटे कोई काम धंधा नहीं करते। उसे मिलने वाली पेंशन से ही घर का खर्च चला करता था। लोगों की मानें तो गुरुवार रात पिता और मां के साथ दोनों बेटे घर पर मौजूद थे।

आधी रात से शुरु हुआ विवाद
रात करीब बारह बज रहे थे। इसी बीच किसी बात को लेकर हंसराज से उसका बड़ा बेटा धीरेंद्र सिंह विवाद करने लगा। अचानक तैश में आए धीरेंद्र ने लकड़ी के पटरे से पिता हंसराज के सिर पर हमला कर दिया। चोट गंभीर लगने के कारण हंसराज के सिर से ब्लड निकलने लग। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि वारदात को अंजाम देने के बाद धीरेंद्र चुपके से निकला और मोहल्ले में टहलने लगा। कमरे के अंदर खून से लथपथ पति की पड़ी बॉडी को देख फूलकली चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनकर परिजन व पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। लोग पहुंचे तो हंसराज की सांसें थम चुकी थी। पब्लिक उसकी पत्नी व छोटा बेटा देवेंद्र बॉडी के पास सुबक रहा था। जानकारी मिली तो अतरसुइया इंस्पेक्टर जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन व पूछताछ में घटना की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। रात में ही पुलिस ने आरोपित मृतक के बेटे धीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। उसके छोटे बेटे देवेंद्र सिंह ने भाई के खिलाफ तहरीर दी। मुकदमा दर्ज करके पुलिस उसके भाई को कोर्ट में पेश की। अदालत के द्वारा उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक आरोपित युवक नशे का लती थी।

करता था नशा पिता से मांगता था पैसा
मोहल्ले के लोगों की दबी जुबान बात मानें तो आरोपित धीरेंद्र सिंह की आदतें ठीक नहीं थी। गलत लोगों की संगत में आकर वह ड्रग्स का सेवन किया करता था। चूंकि खुद कुछ करता था इसलिए पैसा पिता से ही लिया करता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच आए दिन विवाद होता था। गुरुवार रात भी वह पैसा पिता से पैसे को लेकर ही विवाद कर रहा था। पिता ने उसे कमाने का ताना दिया तो बात धीरेंद्र को हर्ट कर गई। वह पास में रखे लकड़ी के पटरे से पिता के सिर पर हमला करके मौत के घाट उतार दिया। भाई के द्वारा पिता के कत्ल की खबर सुनते ही उसकी तीनों बेटियां ससुराल से मायके पहुंचीं। यहां पिता की बॉडी देखकर वह भी चीख पड़ीं।

घटना की असल वजह फिलहाल मालूम नहीं चल सकी है। मृतक के छोटे बेटे की तहरीर पर केस दर्ज करके आरोपित को रात में ही पकड़ लिया गया था। सुबह कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है। घटना में लकड़ी के पटरे का इस्तेमाल किया गया है।
विनोद यादव इंस्पेक्टर अतरसुइया

Posted By: Inextlive