न बस का इंतजार करना है और न आटो वालों को पैसा देना है. पूरा दिन सिर्फ एक शिकायत आला अफसरों तक पहुंचाने के लिए कोई जद्दोजहद भी नहीं करनी है. बस फोन उठाकर वीडियो कॉल लगानी है. खुद के पास स्मार्ट फोन नहीं है तो थाने पहुंचकर बताना है. उसके बाद यही काम थानेदार करेंगे. पुलिस का यह इनीशिएटिव काम कर गया है. इस पर अफसरों ने कंसंट्रेट करके फुल रिस्पांस दिया तो नतीजा यह हुआ कि मुख्यालय आकर शिकायत करने वालों की संख्या कम हो गयी. वीडियो कॉलिंग पर सबसे ज्यादा शिकायतें पारिवारिक व पड़ोसियों से विवाद की हैं. चूंकि इस हाईटेक विधि से की गई शिकायतों सीधे शीर्ष अफसर सुनते हैं. लिहाजा इन शिकायतों का निस्तारण थाना पुलिस द्वारा तेजी से किया जा रहा है. तेजी से हो रहे निस्तारण को देखते हुए लोग इस प्लेटफार्म पर शिकायत दर्ज कराना ज्यादा मुनासिब समझ रहे हैं.

प्रयागराज (बयूरो)।
1148 शिकायतें ह्वट्सएप कॉलिंग के जरिए पहुंचीं अफसरों तक
1106 शिकायतों का कर दिया गया है निस्तारण
42 शिकायतें निस्तारित होना बाकी, पुलिस कर रही है छानबीन
27 जुलाई से शुरू की गई थी जनसुनवाई आप के द्वार
800 शिकायतें ही इन तीन महीनों में फिजिकल दर्ज करायी गयीं

थाना से इंसाफ न मिलने की स्थिति में केवल शिकायत करने के लिए पब्लिक को एसएसपी ऑफिस तक आना पड़ता था। सिर्फ एक काम के लिए शहर तक आने में उनका किराया भाड़ा ही नहीं वक्त भी जाया होता था। ट्रैवलिंग में जो दिक्कतें आती थी वह अलग। ऐसी स्थिति में एसएसपी ऑफिस पर दूर दराज से फरियाद लेकर आने वालों की भीड़ लगी रहती थी। इस तरह पीडि़तों का पूरा दिन बर्बाद हो जाता था। समस्या को देखते हुए डीआईजी/ एसएसपी द्वारा जनसुनवाई आप के द्वारा योजना बनाई गई। उनके जरिए एक वाट्सएप नंबर 9984781881 जारी किया गया। कहा गया कि फरियादी इस ह्वाट्सएप नंबर पर घर बैठे वीडियो कॉलिंग करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वीडियो कॉलिंग करने वाले फरियादी से सीधे अफसरों द्वारा बात शुरू की गई। शुरुआती दिनों में इस पर शिकायत करने वालों की तादाद काफी कम रही। धीरे-धीरे लोगों को इस व्यवस्था का लाभ समझ आया और वीडियो कॉलिंग पर शिकायतें बढ़ती गईं। पिछले करीब तीन महीनों पर वीडियो कॉलिंग के जरिए अफसरों को 1148 शिकायतें प्राप्त हैं। शिकायत सुनने वाले अधिकारियों द्वारा इन शिकायतों में 1106 का त्वरित निस्तारण करवाया गया। विभागीय सूत्र कहते हैं कि शेष 42 शिकायतों के निस्तारण को लेकर पुलिस द्वारा छानबीन की जा रही है। इन तीन महीनों में फिजिकल शिकायतों की संख्या करीब 800 बताई गई है।

अफसरों को निर्णय लेने में सहूलियत
वीडियो कॉलिंग के जरिए शिकायत करने वालों को लाभ यह है कि वे मौके की सीन भी अफसरों को दिखा दे रहे हैं
इससे जमीन या नाली अथवा सड़क आदि पर कब्जे जैसी शिकायत की स्थिति को भी वीडियो कॉलिंग पर देख पा रहे हैं
शिकायतकर्ता द्वारा स्पॉट को वीडियो कॉलिंग पर दिखाने से अफसरों को निर्णय लेने में आसानी हो रही है
माना जा रहा है कि इसीलिए वीडियो कॉलिंग पर की जाने वाली शिकायतों के निस्तारण की गति काफी तेज है
फिजिकल शिकायत में मौके पर की स्थिति न देखने के चलते अफसरों को जांच के लिए थाना पुलिस को लिखना पड़ता है।
इसके बाद डाक थाने तक पहुंचे में वक्त लग जाता है ऐसे में शिकायतकर्ता को इंसाफ मिलने में काफी वक्त लग जाता है

हमारा मकसद है न्यूनतम खर्च और समय की बर्बादी में पब्लिक को साल्यूशन मिल जाए। इसीलिए यह योजना लागू की गयी है। इस आने वाली शिकायतों को पूरी गंभीरता के साथ सुना और निस्तारित किया जाता है।
सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी डीआईजी/एसएसपी

Posted By: Inextlive