...तो ट्रामा में भर्ती कराने के लिए नहीं करना पड़ेगा कोई ड्रामा
प्रयागराज (ब्यूरो)। 2019 कुंभ मेले के पहले एसआरएन अस्पताल का ट्रामा सेंटर वर्किंग हो गया था। तब इसमें 42 बेड को हरी झंडी दी गई थी। लेकिन शासन चाहता है कि बेड की संख्या बढ़ाई जाए। ट्रामा सेंटर को कुल सौ बेड का बना दिया जाए। क्योंकि प्रयागराज जिला नेशनल हाईवे 2 से जुड़ा हुआ है और यहां रोजाना एक्सीडेंट केस आते हैं। इनमें कुछ मरीज काफी गंभीर होते हैं और उनको बेड मुहैया कराने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
डॉक्टर्स के साथ बढ़ेगा स्टाफ
बता दें कि मानक के अनुसार ट्रामा सेंटर 10, 20 या 30 बेड का हो सकता है।
प्रयागराज में इसके उलट शुरू से सर्वाधिक 42 बेड का ट्रामा सेंटर संचालित किया जा रहा है।
अब शासन चाहता है कि यह सौ बेड का हो जाए। इसका कारण या माघ और कुंभ मेले का आयोजन होना भी है।
डॉक्टर्स का कहना है कि बेडों की संख्या बढ़ाए जाने पर यहां डॉक्टर्स और स्टाफ की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी।
यहां भी बढ़ेंगे सौ बेड
इसी तरह एसआरएन अस्पताल के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में भी सौ बेड बढ़ाए जाने हैं।
जिससे तमाम गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज मिल सके।
हार्ट, किडनी, पेट, फेफड़े, ब्रेन, एनेस्थीसिया आदि के गंभीर मरीजों को भर्ती कर तत्काल इलाज किया जा सके।
सौ बेड़ बढ़ाए जाने पर नौ अतिििरक्त डॉक्टर्स की नियुक्ति भी यहां की जानी है। साथ ही स्टाफ भी बढ़ाया जाएगा।
इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में हर प्रकार के गंभीर रोगियों को एडमिट कर इलाज किया जाता है।
यहां अक्सर बेड भरे होते हैं और नए मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत होती है।
मंगलवार की रात एमएलएन मेडिकल कॉलेज में हुई बैठक में इस पर चर्चा की गई। बताया गया की शासन ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी देकर डीपीआर मांगा है। इसके आधार पर ही बजट जारी किया जाएगा। बहुत जल्द ट्रामा सेंटर और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में कुल मिलाकर 158 नए बेड लग जाएंगे। बता दें कि एसआरएन अस्पताल में आसपास के कई जिलों के मरीज आते हैं। बेडों की संख्या बढऩे से मरीजों को फायदा होगा। ट्रामा के मरीजों को आसानी से बेड मिल जाएगा। जिससे उनके इलाज में भी आसानी होगी। हम डीपीआर तैयार कर रहे हैं।
प्रो। एसपी सिंह प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज