तो पत्नी भी हत्या के षणयंत्र में है शामिल
प्रयागराज (ब्यूरो)।गौसनगर में मां बेटी हत्याकांड में षडयंत्र को लेकर अब पुलिस की शक की सुई आरिफ की पत्नी की ओर भी घूम गई है। करेली थाने में दर्ज केस में आरिफ की पत्नी का भी नाम है। ऐसे में पुलिस उससे भी पूछताछ करेगी। जिसमें अहम सवाल ये होगा कि जब आरिफ घर के अंदर तेजाब की बोतल, तलवार, चापड़, चाकू लाकर रखता रहा तो उसने विरोध क्यों नहीं किया।
शादी के बाद बिगड़ा माहौल
आरिफ की शादी करीब छह साल पहले नौसीन से हुई। बड़े भाई आजम ने बताया कि आरिफ की हरकतों की वजह से नात रिश्तेदारों की तरफ से उसका रिश्ता लग नहीं पा रहा था। ऐसे में आरिफ ने खुद ही एक मैरिज ब्यूरो से सम्पर्क किया। मैरिज ब्यूरो की ओर से आरिफ को नौसीन के बारे में जानकारी दी गई। नौसीन की पहली शादी टूट चुकी थी। इसकी जानकारी जब आरिफ के घरवालों को हुई तो वे नौसीन और आरिफ की शादी के लिए राजी नहीं हुए। मगर आरिफ नौसीन से शादी का मन बना चुका था। क्योंकि नौसीन सरकारी नौकरी में थी। ऐसे में घरवालों के विरोध के बाद भी आरिफ ने नौसीन से शादी कर ली। शादी के बाद जब नौसीन आरिफ के घर पहुंची तो कुछ महीने बाद माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया।
शादी के बाद ज्यादा एग्रेसन
आरिफ पहले से ही बवाल करने की अपनी आदत से मजबूर था। और शादी होने के बाद तो वह अक्सर बवाल करने लगा। जिस पर पिता कादिर ने आरिफ को अलग कर दिया। उसकी रसोई अलग हो गई मगर झगड़ा शांत नहीं हुआ। झगड़ा बढ़ता ही गया। आरिफ गौसनगर का पूरा मकान चाहता था। आरिफ चाहता था कि पूरा परिवार अकबरपुर के मकान में रहे और गौसनगर का मकान उसके नाम कर दिया जाए। दोनों मकान आरिफ की मां अनीसा के नाम है। अकबरपुर के मकान के किराए से कादिर की बड़ी बेटी तबस्सुम का खर्च चलता है। वहां जगह भी कम थी। इतने बड़े परिवार का वहां रह पाना मुश्किल था। रिटायमेंट के बाद मिली रकम से कादिर ने गौसनगर के मकान में पहली मंजिल बनवाई थी। ऐसे में कादिर ने आरिफ की बात नहीं मानी। कई साल से चल रहा विवाद पिछले छह महीने से अपने चरम पर आ गया था।
छह महीने से कर रहा था तैयारी
आरिफ अपने भाई आजम के परिवार को रास्ते से हटाने की तैयारी पिछले छह महीने से कर रहा था। वह आए दिन घर में एसिड की बोतल खरीद कर लाता। चाकू, चापड़ और तलवार लाया। मगर पत्नी नौसीन ने आरिफ की इस हरकत का विरोध नहीं किया। आरिफ ने जिस तरह से तेजाब की बोतल से पुलिस पर हमला किया और घर के अंदर से तेजाब मिला। उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसके मंसूबे कितने खतरनाक थे।
बड़े भाई आजम ने बताया कि पिता कादिर ने आरिफ का एडमीशन बीएचएस में कराया था। मगर वह कक्षा आठ में फेल हो गया। फेल का रिजल्ट आने के बाद वह मुंबई भाग गया था। 18 दिन बाद वह मुंबई से लौटा था। इसके बाद उसकी आगे की पढ़ाई प्राइवेट हुई। मो.आजम ने करेली थाने में दी गई तहरीर में छोटे भाई आरिफ, उसकी पत्नी नौसीन के अलावा दो अज्ञात को आरोपित बताया है। मगर ये दो लोग मकान के अंदर कब आए, कब बाहर गए इसको लेकर मामला स्पष्ट नहीं हो सका है। आजम के घर के कुछ दूर पर सीसीटीवी कैमरा लगा है अब पुलिस उस कैमरे की फुटेज से दोनों की पहचान की कोशिश करेगी। वहीं, पुलिस का कहना है कि दो अज्ञात के बारे में आरिफ ने कुछ बताया नहीं है।