जलकल के बजट में इस बार नगर निगम सदन ने बुजुर्गों की निशानी कुआं को संरक्षित करने की अनुमति दी है. सदन की अध्यक्षता कर रहीं मेयर अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने कहा कि ग्राउंड वाटर लेवर तेजी के साथ नीचे खिसक रहा है. वाटर रिचार्जिंग में बुजुर्गों द्वारा बनवाए गए कूपों का अहम रोल होता है. इसलिए मोहल्लों में मौजूद कुएं को चिन्हित कर उनकी रिपेयरिंग व सौंदर्यीकरण कराया जाय.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिटी के अंदर सौ जगह पब्लिक प्लेस पर स्मार्ट प्याऊ बनाए जाने की भी सदन ने मंजूरी दी है। कहा गया है कि यह स्मार्ट प्याऊ उन स्थानों पर बनाए जाएंगे जहां पर पब्लिक का ठहराव अधिक होता होगा। विस्तारित सीमा वाले इलाकों का भी सदन में पूरा सम्मान व ध्यान दिया गया है। पार्षदों के द्वारा सदन में नगर निगम से जुड़े नए इलाके में पानी सुविधा को बेहतर बनाए जाने का मामला उठाया। इस पर जलकल के अफसरों द्वारा विस्तारित क्षेत्र में वाटर सुविधा के प्रस्ताव पर बिन्दुवार चर्चा की गई। मेयर ने कहा कि अनावश्यक ट्यूबवेल लगाकर धन और पानी की बर्बादी नहीं की जाय। आबादी के अनुसार हर 100 घर के बीच एक या दो सबमर्सिबल लगाए जाय और इसी से जलापूर्ति कराएं। साथ ही विस्तारित क्षेत्र के बिगड़े हैंडपम्पों को रिबोर दुरुस्त कराकर वाटर व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।


पार्षद के पान सदन में हुआ हंगामा

सदन की बैठक में पेश किए गए बजट को लेकर चर्चा चल रही थी। हैंडपम्प रिबोर व दूषित जलापूर्ति का मामला काफी गर्म था। इस समस्या को दूर करने के लिए बजट के निर्धारण की आवाज बुलंद थी। इस बीच पान खाकर सदन में बैठे पार्षद अकीलुर्रहमान से नहीं रहा गया और वह बोल पड़े। उनके बोलते ही सदन में बैठे ज्यादातर पार्षद उनके पान को टारगेट कर लिए। पार्षदों का कहना था कि सदन में आप पान खाकर बैठे हैं। पिछली दफा अध्यक्ष द्वारा इसी पान पर एक सदस्य से 500 रुपये जुर्माना वसूला गया था। अध्यक्ष द्वारा उन्हें मुंह साफ करके आने की बात कही। अध्यक्ष के कहते पर वह उठे और अंदर ही दरवाजे के पास रखी डस्टबिन में पान थूक दिए। इस पर हंगामा और बढ़ गया। यह देखते हुए अध्यक्ष ने 500 रुपये जुर्माना अदा करने के लिए कहा। इसके बाद पार्षद शांत हो गए।

सदन में चिल्लाते हुए घुसा विक्षिप्त


नगर निगम सदन की बैठक में जलकल के बजट पर हंगामेंदार चर्चा चल रही थी। इस बीच तमाम लोगों के बीच एक बाहरी शख्स पहुंचा और अध्यक्ष की तरफ चीखते हुए बढऩे लगा। उस शख्स का कहना था कि यह सब बंद किया जाय। उसकी हरकत देख मेयर की सुरक्षा में रहे जवान व कुछ कर्मचारी उसे पकड़कर बाहर ले गए। बाहर पहुंचते ही वह चकमा देकर भाग निकला। ऐसे में वे कौन था और बगैर किसी मतलब के सदन की बैठक में कैसे पहुंचा? इन तमाम सवालों का जवाब किसी को नहीं मिल सका। पार्षद व मेयर ने कहा कि उसके बारे में किसी को नहीं मालूम पर मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही।

Posted By: Inextlive