47 डिग्री पारे में त्वचा को अधिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की स्किन काली पड़ रही है और साथ ही एलर्जी की शिकायत भी मिलने लगी है. अस्पतालों में आने वाले मरीजों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है. खासकर वर्किंग महिलाओं की. कोई कास्मेटिक प्रोडक्ट भी उनकी समस्या दूर नही कर पा रहा है. डॉक्टर्स का कहना है कि बचाव का एक ही तरीका है धूप में त्वचा को ढंककर निकलें.

प्रयागराज (ब्यूरो)। तेज धूप का असर सबसे ज्यादा सेंसेटिव स्किन वालों पर होता है। सूर्य की परा बैंगनी किरणों के संपर्क में आते ही स्किन अपना रूप बदलने लगती है। उसकी सेल्स काली पडऩे लगती है। ऐसे में धूप में निकलते समय बॉडी को पूरी तरह से सूती कपड़े से ढंककर रखना जरूरी है। बहुत से लोग गर्मिेयों में हाफ शर्ट या टीशर्ट पहनकर निकलते हैं जिससे उनकी त्वचा को भारी नुकसान पहुंचता है।

सनबर्न से भी हैं परेशान
इसके साथ ही सनबर्न के अन्य लक्षण भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। खासकर त्वचा पर लाल व गुलाबी पन होना, स्पर्श करने पर गर्माहट महसूस होना, असहजता और खुजली का होना, सूजन आदि की शिकायत भी आ रही है। बेली और एसआरएन अस्पतल की स्किन ओपीडी में आने वाले कुल मरीजों में 30 फीसदी ऐसी बीमारियों से ग्रस्त हैं।

ऐसे होगा बचाव
- तेज धूप में त्वचा को सूती कपड़ों स ढककर रखें। सीधे रोशनी की संपर्क में आने से रिएक्शन हो सकता है।
- गर्मियों में घर से निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बेहतर होगा।
- अपने साथ गुलाबजल रखना फायदेमंद है। इससे त्वचा डिहाइड्रेट नही होती है।
- अपने साथ फेस वाइप्स और फेस टिश्यू पेपर रखना होगा। ऑयली त्वचा वालों के लिए यह बेहद काम आता है।
- घर पर मुलतानी मिट्टी भी त्वचा में लगा सकते हैं। इससे त्वचा की नमी बरकरार रहेगी।

ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है। खासकर वर्किंग महिलाओं को अधिक प्राब्लम हो रही है। उनको सलाह है कि धूप में कम निकलें और त्वचा को सूती कपड़े ढंककर रखें। वरना दिक्कते सामने आ सकती हैं।
डॉ। विपिन शुक्ला, त्वचा रोग विशेषज्ञ

Posted By: Inextlive