फर्जी प्लाट दिखाने और कंपनी की योजनाओं में झांसा देकर इनवेस्ट कराने के हैं गंभीर आरोपकोर्ट के आदेश सिविल लाइंस थाने में लिखा गया सोमवार को मुकदमासाइन सिटी के सीएमडी व एमडी समेत छह लोगों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया. इन सभी पर रियल स्टेट की स्कीम में झांसा देकर इनवेस्ट कराने व गलत प्लाट दिखाकर फ्राड करने का आरोप है. यह फ्राड एक दो नहीं बल्कि कई लोगों के साथ किया गया है. पीडि़तों द्वारा थाने में की गई शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. यह देखते हुए पीडि़तों द्वारा इंसाफ के लिए कोर्ट में गुहार लगाया गया था.

प्रयागराज (ब्यूरो)। कर्नलगंज स्थित ओम गायत्री नगर निवासी विजय कुमार श्रीवास्तव, अवध किशोर सिंह निवासी पिण्डखर अतर्रा जिला बांदा, ऋतिका श्रीवास्तव निवासी जयंतीपुर सुलेमसराय, सुनीता देवी निवासी धोबहा और रूबी वर्मा निवासी गिरसा जिल्लापुर भरवारी बिसाग बिसरा कौशाम्बी के साथ धोखाधड़ी किया गया था। पुलिस के पीडि़तों का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि साइंन सिटी के जरिए आवासी प्लाटों का क्रय विक्रय किया जा रहा है। इस बात की जानकारी के लिए वह सभी कंपनी की शाखा सिविल लाइंस पहुंचे। कहना है कि यहां उनकी मुलाकात साइन सिटी रियल स्टेट कंपनी के सीएमडी राशिद नसीम निवासी जीटीवी नगर करेली, एमडी आसिफ नफीस साइन सिटी रियल स्टेट कंपनी निवासी जीटीवी नगर करेली व कर्मचारी रत्नेश सिंह निवासी चकमुण्डेरा भूसा वाली गली धूमनगंज, नितिन जायसवाल निवासी हिम्मतगंज खुल्दाबाद, श्रीकांत निवासी चकमुण्डेरा भूसा वाली गली धूमनगंज और अजय गौतम निवासी तिलक नगर अल्लापुर से हुई। आरोप है कि इनके द्वारा गौहनिया, फाफामऊ व झलवा में सभी को प्लाट दिखाए गए। साथ ही कंपनी की कई स्कीम बताते हुए रुपये दो गुना होने का झासा दिया गया। उनके झांसे में आकर सभी योजनाओं में इनवेस्ट कर दिए। कहना है कि जब वह लोग दिखाए गए प्लाट के बारे में पता कि तो उन्हें मालूम चला कि कंपनी का उस जगह कोई प्लाट है ही नहीं। चूंकि रुपये सभी जमा कर चुके थे इस लिए प्लाट की रजिस्ट्री और कब्जा देने की बात करने लगे। इस पर आरोपित टालमटोल करने लगे। शिकायत थाने पर की गई तो कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर सभी खुद के साथ हुए इस फ्राड की रिपोर्ट दर्ज कराने व इंसाफ के लिए कोर्ट जा पहुंचे। कोर्ट के आदेश पर सभी छह आरोपितों के खिलाफ फ्राड का केस दर्ज कर लिया है।

यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है। सच्चाई का पता लगाने के लिए विवेचना की जा रही है। आरोपितों पर पीडि़तों संग फ्राड किए जाने के गंभीर आरोप हैं।
वीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive