अपनी मांगों पर डटे रहे रेजीडेंट डॉक्टर्स सीनियर्स ने चलाई ओपीडीबंद करवा दिया काउंटर नही बना सैकड़ों मरीजों का पर्चा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रेजीडेंट डॉक्टर्स की लगातार तीसरे दिन हड़ताल से एसआरएन अस्पताल के हालात काफी बिगड़े रहे। हजारों की संख्या में मरीज बिना इलाज वापस लौट गए। रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा देने से मरीज निराश होकर वापस लौट गए। ओपीडी में सीनियर्स मौजूद रहे और जूनियर्स हॉस्पिटल के गेट पर धरने पर बैठे रहे। नेशनल लेवल पर संगठन द्वारा हड़ताल वापस लेने की घोषणा के बावजूद रेजीडेंट डॉक्टर काम पर नही लौटे। वह अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। उनका कहनाह कि जब तक मांगे नही मानी जाएंगी, वह काम पर वापस नही आएंगे।

फिर लौटे वापस, प्राइवेट ही विकल्प
सोरांव से बिंदु लाल, हंडिया से शेखर सहित तमाम ऐसे मरीज थे जो बुधवार को दूसरी या तीसरी बार बिना इलाज घर वापस लौट गए। उनका काउंटर पर पर्चा ही नही बना। वही बुधवार को महज 750 मरीजो ंका पर्चा ही बना और 1200 मरीज वापस लौट गए। एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, सिटी स्कैन की जांचे भी आम दिनों की अपेक्षा 30 फीसदी कम हुई। कुछ आपरेशन भी रेजीडेंट डॉक्टर्स नही उपलब्धहोने की वजह से टाल दिए गए।

समझाने पर भी समझ न आया
रेजीडेंट डॉक्टस्र की हड़ताल खत्म कराने के लिए एमएलएन मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ। वत्सला मिश्रा, एसआरएन के प्रमुख अधीक्षक डॉ। अजय सक्सेना व पीएमएसएसवाई बिल्डिंग के प्रमुख अधीक्षक डॉ। मोहित जैन बुधवार को खुद हड़ताली डॉक्टरों से रूबरू हुए। उन्होंने काम पर लौटने के लिए काफी देर तक समझाया लेकिन वह नही माने। एमएलएन मेडिकल कॉलेज में भी नाराज रेजिडेंट डॉक्टरेां के साथ बैठक की गई लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे। उनका कहना था कि ट्रामा, आईसीयू, इमरजेंसी, एचडीयू व लेबर रूम में सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ गार्ड तैनात किया जाए। गल्र्स हॉस्टल, मैरिड हाल, पीजी ब्वायज हॉस्टल में भी सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ सुरक्ष कर्मी तैनात किए जाएं। हास्टल में वैलिड लोगों को रहने की इजाजत दी जाए। रात में ड्यूटी करने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों की रुकने की उचित व्यवस्था की जाए। इस दौरान रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन प्रयागराज के अध्यक्ष डॉ। सचिन ने कहा कि हमसे वादा किया जाता है, मगर पूरा नहीं किया जाता। रेजिडेंट डॉक्टरों को सुरक्षा देना एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है।

यह हड़ताल पूरे देश में चल रही है। हमारी ओर से रेजिडेंट डॉक्टरों को काफी समझाने का प्रयास किया है। हॉस्पिटल में गार्ड की तैनाती के लिए डॉयरेक्टर जनरल को पत्र भी लिखा गया है। उनके जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
डॉ। वत्सला मिश्रा
प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज

Posted By: Inextlive