एसआईटी ने जवानों का बयान किया दर्ज
प्रयागराज (ब्यूराे)।आईएस 227 गैंग के सरगना रहे अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ के कत्ल की विवेचना में एसआईटी ने रफ्तार तेज कर दी है। दोनों के बॉडी का पोस्टमार्टम कराने वाले पुलिस के जवानों से टीम के द्वारा पूछताछ की गई। पूछताछ के आधार पर उन जवानों के बयान भी दर्ज किए गए। हालांकि अभी भी कुछ जवान शेष रह गए हैं। जिनका बयान टीम के अफसर बाद में दर्ज करेंगे। अलग-अलग जवानों से घटना एसआईटी के जरिए सवाल जवाब किए गए। यह पुलिस के वे जवान हैं जिनके सिग्नेचर पंचायतनामा के वक्त किए गए थे। एसआईटी के द्वारा पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। अतीक ब्रदर्स की बॉडी का पोस्टमार्टम करने के लिए पांच डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी। इसी के साथ टीम में शामिल अफसर अब तक की विवेचना में मिले साक्ष्यों की कम्पाइल फाइल तैयार करेगी।
टीम के जरिए किए गए कई सवाल
15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई की तीन शूटरों ने पुलिस अभिरक्षा में हत्या कर दी थी। यह सनसनीखेज वारदात काल्विन हॉस्पिटल गेट के अंदर हुई थी। वारदात के वक्त से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक तमाम पुलिस के जवानों ड्यूटी पर मुस्तैद रहे। प्रकरण की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के जरिए एसआईटी गठित की गई। इसमें एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र, एसीपी सत्येंद्र तिवारी व इंस्पेक्टर ओम प्रकाश शामिल हैं। घटना के बाद से अब तक एसआईटी के जरिए तमाम इलेक्ट्रानिक व रिटेन साक्ष्य संकलित किए जा चुके हैं। अब घटना के प्रत्यक्षदर्शी व पोस्टमार्टम कराने में लगाए गए पुलिस के जवानों से पूछताछ के आधार पर बयान संकलन का काम टीम शुरू कर दी है। इसी के तहत शनिवार को पोस्टमार्टम कराने में लगाए गए पुलिस के जवानों का टीम के जरिए बयान दर्ज किया गया। बताते हैं कि किन्हीं कारणों से उस वक्त लगाए गए कुछ जवान मौजूद नहीं रहे। लिहाजा उनके बयान को टीम बाद में दर्ज कराएगी।
सुरक्षा में लगे पुलिसवालों से भी पूछताछ
सूत्र बताते हैं कि कई उन पुलिस कर्मियों के भी बयान लिए गए हैं जो घटना के वक्त अतीक अहमद और अशरफ की सुरक्षा में मौके पर तैनात थे। इन जवानों से टीम के अधिकारी एक-एक करके अलग-अलग पूछताछ व बयान लिए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि अब तक पुलिस के जवानों से लिए गए बयान में भिन्नता नहीं पाई गई है। एसआईटी के अफसरों द्वारा इन जवानों से कुछ खास तरह के सवाल किए गए। जिनमें घटना के बाद तत्काल सुरक्षा में रहे जवानों के जरिए क्या कदम उठाए गए। मेडिकल के लिए ले आने के पूर्व उन दोनों को कहां ले जाया गया था। जब शूटर गोली चलाने लगे तो सुरक्षा में लगाए गए पुलिस के जवान कहां थे और क्या कर रहे थे। इस तरह के तमाम सवालों के जवाब और जवानों के द्वारा दिए गए बयान व उत्तर कर टीम के जरिए दर्ज किया गया है।