अटाला में अब सन्नाटा और खामोशी
प्रयागराज (ब्यूरो)। गलियों से आने जाने वाले लोग टूटे हुए मकान के पास रुकना तक मुनासिब नहीं समझ रहे थे। मकान के पास पहुचने वाले अजनबी चेहरों पर कुछ युवकों की नजर पैनी नजर थी। माना जा रहा है कि वे युवक जावेद के परिवार के लिए मैसेंजर के रूप में काम कर रहे हैं। शांति सुरक्षा के मद्देनजर चौथे दिन भी अटाला में फोर्स तैनात रही। बताते हैं कि जावेद पम्प की दो बेटियां और दो बेटे हैं। बेटे बाहर रहते हैं। बेटी आफरीन फातिमा जेएनयू में रिसर्च स्कॉलर है। जानकार कहते हैं कि 2018 में वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के महिला कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष थी। वेल एजुकेटेड इस फेमिली के मुखिया जावेद पम्प को अटाला बवाल का पुलिस द्वारा मास्टर माइंड बताया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण में जावेद का नाम सामने आने के बाद उसका मकान बुलडोजर लगाकर ढहा दिया गया। इस कार्रवाई के दूसरे दिन भी असर जेके आशियाना मोहल्ले में रहा। मोहल्ले में सन्नाटे की स्थिति और हर शख्स खामोशी के साए में रहा। उसके जमींदोज मकान के आस पास पहुंचने वाले अजनबी चेहरों पर कुछ युवक नजर गड़ाए हुए थे। माना जा रहा है कि वह युवक जावेद फेमिली के लिए मैसेंजर के रूम में काम कर रहे होंगे। खैर, जावेद मोहल्ले में जावेद के नाम से लोगों के मुंह पर ताला लग जा रहा। इस मोहल्ले में तो पुलिस फोर्स नहीं दिखाई दी। मगर, थोड़ी दूर तिराहे पर पुलिस के कई जवान मुस्तैद रहे। अटाला में चौथे दिन भी भारी संख्या में पीएसी व पुलिस के जवान शांति सुरक्षा के मद्देनजर तैनात रहे। फोर्स को देखते हुए अटाला के कई हिस्सों में सन्नाटा पसरा रहा।
अटाला से लेकर कुछ अन्य चौराहों पर फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है। जावेद के घर के पास या मोहल्ले में फोर्स का मूवमेंट नहीं है। मगर नजर रखी जा रही है।अनुराग शर्मा, प्रभारी निरीक्षक खुल्दाबाद