हत्या के पहले शुभ की हुई थी पिटाई
प्रयागराज ब्यूरो ।शंकरगढ़ के व्यापारी के बेटे को जान से मारने के पहले बदमाशों ने पीटा था। जंगल में व्यापारी का बेटा लौट चलने की जिद पर अड़ गया तो बदमाश उसे चुप कराने लगे। जब वह शांत नहीं हुआ तो उसकी पिटाई शुरू कर दी। गुस्से में आकर बदमाश ने उसे मार डाला। इसके बाद व्यापारी से फिरौती मांगी गई थी। बदमाशों को लगा कि बेटे को बचाने के लिए व्यापारी उनकी मांग पूरी कर देगा। मगर उनकी पहचान न होने पाए ऐसे में खुद को बचाने के लिए बदमाशों ने व्यापारी के बेटे को मार डाला। इसके बाद व्यापारी को फिरौती के लिए फोन किया। मगर पहली बार अपराध कर रहे बदमाशों को पता नहीं था कि उनका ये दांव उलटा पड़ जाएगा और वे पुलिस के हत्थे चढ़ जाएंगे। वहीं, शोक जताने के लिए व्यापारी के घर लोगों का तांता लगा रहा।
शुक्रवार को गायब हुआ शुभ
शंकरगढ़ के व्यापारी पुष्पराज केसरवानी के बेटे शुभ केसरवानी (१५) को सुखदेव शुक्रवार को शाम करीब चार बजे अपने साथ ले गया। चूंकि सुखदेव का भाई लोकनाथ पुष्पराज का ट्रक चलाता है। ऐसे में सुखदेव का आना जाना पुष्पराज के घर था। शुभ भी सुखदेव का पहचानता था। जिसका फायदा सुखदेव ने उठाया। पहले दोनों पैदल ही चले। इसके बाद रास्ते में संजय मिला। मध्यप्रदेश रीवा के पनवार का रहने वाला संजय वर्मा सुखदेव का भांजा है। संजय बाइक से था। सुखदेव और संजय ने शुभ को बाइक पर बैठाया इसके बाद उसे लेकर जंगल की ओर खरगोश दिखाने के लिए चल दिए।
सवा छह बजे मार दिया शुभ को
शंकरगढ़ से करीब 25 किलोमीटर दूर बरगढ़ के अरवारी के जंगल में सुखदेव और संजय शुभ को ले गए। इस दौरान कहीं भी संजय ने बाइक नहीं रोकी। जिस पर शुभ वापस लौटने की जिद करने लगा। जंगल शुरू होने पर शुभ चुप हो गया। दोनों उसे पैदल ही जंगल की ओर ले गए। इस दौरान शाम ढलने लगी तो शुभ दोबारा वापस लौटने की जिद करने लगा तो सुखदेव को गुस्सा आ गया।
पत्थर से सिर कूंच डाला
गुस्साए सुखदेव ने शुभ को कई झापड़ मारा। इसके बाद रस्सी से उसका हाथ पांव बांध दिया। शुभ चिल्लाने लगा तो उसकी जमकर पिटाई की गई। इस दौरान सुखदेव समझ गया कि अब मामला बिगड़ गया है। उसकी पहचान उजागर हो सकती है। जिस पर उसने पत्थर से शुभ का सिर कूंच दिया। शुभ की मौत हो गई।
शराब पी और मांगी फिरौती
सुखदेव और संजय ने शुभ की बाडी के पास ही शराब पी। इसके बाद रात होने का इंतजार करने लगे। सवा आठ बजे पुष्पराज को फोन किया। फोन पर पंद्रह लाख की फिरौती मांगी। जिसके बाद पुष्पराज ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी।
घटना में ट्रक चालक लोकनाथ का कोई रोल नहीं मिला। सुखदेव लोकनाथ का सगा भाई है। पुलिस को शक था कि घटना में लोकनाथ का भी रोल हो सकता है। जिसको लेकर पुलिस ने लोकनाथ से पूछताछ की। मगर उसका कोई रोल सामने नहीं आया। बल्कि भाई की करतूत से लोकनाथ बेहद शर्मिंदा था।
शोक जताने के लिए लगा तांता
व्यापारी पुष्पराज के घर शोक जताने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। सोमवार को सांसद केसरी देवी पटेल पहुंची। सांसद ने परिवार के लोगों से मुलाकात की। उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान उत्तर प्रदेश जन कल्याण उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता, प्रदेश सचिव ओंकार केसरी, अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण मोहन केसरवानी, भाजपा के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष अनूप केसरवानी, पूर्व सभासद सुजीत केसरवानी भी शोक जताने के लिए पहुंचे।
सुखदेव ने अपनी पहचान छिपाने के लिए शाम सवा छह बजे के करीब ही शुभ की हत्या कर दी थी। इसके बाद रात में सवा आठ बजे फिरौती के लिए व्यापारी को फोन किया। उसे उम्मीद थी कि बेटे की जान की एवज में व्यापारी फिरौती दे देगा। मगर उसका दांव उल्टा हो गया।
मनोज कुमार सिंह, थाना प्रभारी शंकरगढ़