तमाचे से बौखलाया, फिर कर दी थी हत्या
इकतरफा इश्क करने वाले छैला ने दस रुपये की चाकू से रेता था उसका गला
एसपी यमुनापार की सतर्कता के चलते जेल जाने से बचे नामजद दोनों आरोपितPRAYAGRAJ: खीरी के चैनपुरवा लालतारा में हुई कुसुम देवी की हत्या नामजद किए गए दोनों आरोपितों ने नहीं की थी। पुलिस की सतर्कता से दोनों बेगुनाह कत्ल जैसे मामले में जेल जाने से बच गए। असली कातिल का चेहरा सामने आया तो सभी की आंखें खुली रह गई। कुसुम की हत्या करने वाला गांव का ही अमरजीत उर्फ छैलू पुत्र रामकेल है। उसने खुद अपने गुनाह को कबूल कर लिया है। दरअसल वह महिला से इकतरफा इश्क करता था। कत्ल के पूर्व छैलू ने हैण्डपम्प पर महिला का हाथ पकड़ लिया था। इस हरकत पर महिला ने उसे तमाचा जड़ दिया था। उसे खुन्नस इस बात की थी कि वह दूसरों से बातें करती हैं तो उसे निग्लेट क्यों कर रही है।
सिर पर प्रहार से मुड़ी थी चाकूबुधवार को एसपी यमुनापार ने इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कुसुम देवी गांव में ही ब्यूटी पार्लर खोल रखी थी। गांव के ही आलोक शर्मा व विशाल से रिश्ते काफी नजदीक थे। बीच में विशाल से अनबन हो गई थी। जबकि आलोक की उससे बराबर बातें होती रहीं। उसकी हत्या के बाद परिवार वाले आलोक और विशाल को नामजद कर दिए। शक की बिना पर पुलिस मामले की गहराई से पड़ताल शुरू की। हालांकि नामजद आरोपितों में आलोक से भी पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। उससे पुलिस को कुछ और राज मिले। जिस पर आगे बढ़ी पुलिस के हाथ छैला के गिरेबान तक पहुंच गए। छैला के पकड़ में आने और पूछताछ के बाद पूरी घटना यू टर्न हो गई। पुलिस के मुताबिक वह खुद कबूल किया कि कुसुम देवी की हत्या उसी ने की है। दस रुपये की सब्जी काटने वाली चाकू से वह उसका पहले गला रेता फिर सिर पर कई प्रहार किया। सिर पर वार करते समय चाकू मुड़ भी गई थी। कत्ल के वक्त पास में सो रहा उसका मासूम बेटा जग गया था। मगर उससे कोई खतरा नहीं था, इसलिए उसने उसको टच नहीं किया।
यह था कत्ल का मोटिव और तरीका गिरफ्तार अमरजीत उर्फ छैला ने पुलिस को बताया कि वह कुसुम नामजद आरोपितों से बातें किया करती थी। वह चाहता था कि उससे भी वे बातें करें और इश्क फरमाए। हैण्डपम्प पर पानी के बहाने अक्सर वह उससे मिलने जाता था।कभी वह बातें कर लेती थी कभी नहीं। कत्ल के पहले जब हैण्डपम्प पर हाथ पकड़ा तो उसने चाटा मार दी।
जबकि नामजद आरोपितों से वह प्रेम से बातें करती थी। पिछले माह तीन जून को छैला की शादी हो गई। पत्नी के आने पर भी उसके दिल की कसक बाकी रही। वह मौके की ताक में लगा रहा। कुछ दिन बाद पत्नी मायके चली गई। महिला का पति किसी काम से चेन्नई चला गई। कत्ल वाली रात वह मासूम बेटे संग बरामदे में सोई हुई थी। कत्ल के इरादे से वह पहले ही चाकू खरीद रखा था। 28-29 की रात मौका पाया और गला रेत कर हत्या कर दिया। कत्ल के बाद छानबीन में कुछ बातें ऐसी थीं जिससे यह शक हो रहा था कि नामजद युवक कातिल नहीं हैं। क्योंकि उनके पास उसकी हत्या का कोई ठोस कारण नहीं था। एक को उठा कर पूछताछ की गई तो तीसरे यानी छैला से विवाद का राज सामने आया। छैला को गिरफ्तार किया गया तो वह अपना जुर्म कबूल कर लिया। सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार